Life Science: इंसान ही नहीं दूसरे जीव में भी होते हैं ‘Long love bond, एक साथी के साथ गुजार देते हैं जीवन

नई दिल्ली: केवल इंसान (Humans) ही लंबे प्रेम बंधन (Long Lasting Love) में नहीं रहते हैं बल्कि कई अन्य प्राणी भी लंबे समय तक प्रेम बंधन में रहते हैं. एक शोध में ये बात सामने आई है कि इंसान के अलावा कुछ जीव जैसे चमगादड़, भेड़िये, लोमड़ियां और अन्य स्तनधारी (Mammals) जानवर भी लंबे समय तक प्रेम बंधन में बंधे होते हैं.
लंबे प्रेम बंधन (Long lasting love)
शोध कहता है कि लैमूर (Lemurs) जैसे प्राइमेट (Primates) की कुछ प्रजातियों में लंबे प्रेम बंधन (Long Term Bonding) के लिए जिम्मेदार दिमाग का ‘सर्किट’ (Brain Circuit) अन्य प्रजातियों से अलग होती है. साइंटिफिक रिपोर्ट्स जर्नल (Journal Of Scientific Reports) में प्रकाशित इस अध्ययन में शोधकर्ताओं ने मैडागास्कर (Madagascar) द्वीप में इंसानों (Humans) के दूर के प्राइमेट (Primate) संबंधी लैमूर (Lemur) के नजदीकी समूह के अंदर की प्रजातियों का तुलनात्मक अध्ययन किया.
ये जीव जोड़े के रूप में रहते हैं साथ
लैमूर परिवार में लाल पेट वाले लैमूर (Red-Bellied Lemurs) और मोंगूज लैमूर (Mongoose Lemurs) ऐसे लैमूर हैं जो नर-मादा साथी अपने बच्चों और अपने क्षेत्र की सुरक्षा के लिए एक साथ काम करते हैं एक साथ रहते हैं. ये लैमूर (Lemur) एक बार संबंध बनने के बाद जोड़े (Pairs) के रूप में एक दूसरे के साथ समय बिताते हैं और ज्यादातर एक दूसरे से चिपके रहते हैं.
जीवविज्ञानियों के लिए बेहद रहस्यमयी है एकसंगमन
इन प्रजातियों (Speices) के नर और मादा अपने जीवन का एक तिहाई हिस्सा एक ही साथी (Partner) के साथ गुजारते हैं. लेकिन ऐसा उनके सभी प्रजातियों के साथ नहीं होता है. इसके कुछ नजदीकी प्रजाति ऐसे भी हैं जो प्रायः साथी बदलते रहते हैं. गौरतलब है कि जीवविज्ञानियों के लिए एकसंगमन (Monogamy) रहस्यमयी है क्योंकि 90 प्रतिशत पक्षियों (Birds) में एक ही साथी के प्रतिवफादारी होती है लेकिन लगभग 6500 स्तनपायी प्रजातियों में खुले संबंध होते हैं.
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जीव वैज्ञानिकों ने किया शोध
साइंसडेली की रिपोर्ट में ड्यूक यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर क्रिस्टीन ड्रेया (Duke University Professor Christine Drea) की लैब में एसोसिएट और इस अध्ययन के प्रमुख लेखक निकोलस कहते हैं कि लैमूर (Lemur) या अन्य प्रजातियों (Species) का लंबे समय तक साथ रहना एक असामान्य बात है. इससे सवाल उठता है कि कुछ प्रजातियों में ऐसा क्या खास होता है जो ये जीव लंबे समय के लिए संबंध बनाते हैं. कुतरने वाले जीवों (Rodents) पर हुए पिछले तीस साल के अध्ययन बताते हैं कि संसर्ग के समय दो हारमोन (Hormones) निकलते हैं ऑक्सीटोसिन और वासोप्रेसिन (Oxytocin And Vasopressin). इससे पता चलता है कि लंबे प्रेम का संबंध इससे है कि ये दिमाग (Brain) में कैसी क्रियाएं करते हैं.
क्या कहता है अध्ययन
अध्ययन के दौरान शोधकर्ताओं ने देखा कि लैमूर (Lemurs) और वोल्स (Voles) सहित अन्य जीवों में हार्मोन रिसेप्टर (Hormone Receptor) के वितरण और घनत्व में अंतर है. मतलब कि हारमोन लैमूर के दिमाग (Brains) में अलग अलग जगह काम कर रहे थे. यानी उनका असर भी अलग हो सकता था. लैमूर की प्रजातियों में ही ऐसे अंतर को देखा गया. शोधकर्ताओं का मानना है कि ऑक्सीटोसिमन वोल्स (Oxytocin Volumes) में भले ही प्रेम समर्पण का काम करता हो, लेकिन ऐसा ही प्रभाव लैमूर और इंसानों पर भी कुछ हद तक हो सकता है.
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