मध्य अफ्रीकी गणराज्य
– फोटो : Wikipedia
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सशस्त्र बलों द्वारा नवनिर्वाचित राष्ट्रपति फॉस्टिन अर्चेस ताउडेना के भारी विरोध और तख्तापलट की कोशिशों के बीच मध्य अफ्रीकी गणराज्य ने पूरे देश में 15 दिन का आपातकाल घोषित किया है।
राष्ट्रपति कार्यालय के प्रवक्ता एलबर्ट यालोके मोकपेम ने बृहस्पतिवार को राष्ट्रीय रेडियो पर 4 फरवरी तक आपाताकाल की घोषणा की है। इस बीच भारत ने मध्य अफ्रीकी गणराज्य में अनिश्चित सुरक्षा हालात पर गंभीर चिंता जताते हुए सभी विपक्षी समूहों से इसे रोकने और वर्तमान संकट का शांतिपूर्ण समाधान खोजने का आग्रह किया है।
नवनिर्वाचित राष्ट्रपति से नाराज विरोधियों ने पिछले हफ्ते राजधानी बांगुई में हमला बोला था हालांकि यूएन के शांति रक्षक बलों ने इन्हें भगा दिया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए यूएन मिशन ने सुरक्षा परिषद से और सैनिक भेजने को भी कहा था।
भारत ने भी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से बृहस्पतिवार को मध्य अफ्रीकी गणराज्य के हालात पर हुई बैठक में भारत के स्थायी उप प्रतिनिधि और राजनीतिक समन्वयक आर रवींद्र ने कहा, यह गंभीर चिंता का विषय है और राजनीतिक अस्थिरता व हिंसा के इतिहास को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय समुदाय को तत्काल ध्यान देने की जरूरत है।
सशस्त्र बलों द्वारा नवनिर्वाचित राष्ट्रपति फॉस्टिन अर्चेस ताउडेना के भारी विरोध और तख्तापलट की कोशिशों के बीच मध्य अफ्रीकी गणराज्य ने पूरे देश में 15 दिन का आपातकाल घोषित किया है।
राष्ट्रपति कार्यालय के प्रवक्ता एलबर्ट यालोके मोकपेम ने बृहस्पतिवार को राष्ट्रीय रेडियो पर 4 फरवरी तक आपाताकाल की घोषणा की है। इस बीच भारत ने मध्य अफ्रीकी गणराज्य में अनिश्चित सुरक्षा हालात पर गंभीर चिंता जताते हुए सभी विपक्षी समूहों से इसे रोकने और वर्तमान संकट का शांतिपूर्ण समाधान खोजने का आग्रह किया है।
नवनिर्वाचित राष्ट्रपति से नाराज विरोधियों ने पिछले हफ्ते राजधानी बांगुई में हमला बोला था हालांकि यूएन के शांति रक्षक बलों ने इन्हें भगा दिया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए यूएन मिशन ने सुरक्षा परिषद से और सैनिक भेजने को भी कहा था।
भारत ने भी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से बृहस्पतिवार को मध्य अफ्रीकी गणराज्य के हालात पर हुई बैठक में भारत के स्थायी उप प्रतिनिधि और राजनीतिक समन्वयक आर रवींद्र ने कहा, यह गंभीर चिंता का विषय है और राजनीतिक अस्थिरता व हिंसा के इतिहास को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय समुदाय को तत्काल ध्यान देने की जरूरत है।
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