सेना में 6,000 स्वास्थ्य कर्मचारियों को लगी वैक्सीन: लेफ्टिनेंट जनरल सीपी मोहंती

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Updated Sun, 24 Jan 2021 03:20 AM IST
लेफ्टिनेंट जनरल सीपी मोहंती
– फोटो : ani
पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर
कहीं भी, कभी भी।
*Yearly subscription for just ₹299 Limited Period Offer. HURRY UP!
ख़बर सुनें
ख़बर सुनें
साथ ही उन्होंने कहा कि जहां तक भारतीय सेना का संबंध है, हमने अपने स्वास्थ्य कर्मचारियों को वैक्सीन देना शुरू कर दिया है। उनमें से लगभग 6,000 को अब तक टीका लगाया गया है।
16 जनवरी से देश में कोरोना का टीकाकरण शुरू हो चुका है। 22 जनवरी तक को बीते छह दिनों में सर्वाधिक 2.33 लाख स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं व अग्रिम पंक्ति के लोगों को वैक्सीन लगाए गए।
भारत में कोरोना टीकाकरण अभियान जोर पकड़ गया है। इसे मिलाकर कुल 10.40 लाख लोगों को छह दिन में टीके लगाए जा चुके हैं। इनमें साइड इफेक्ट के 787 केस मिले हैं, लेकिन वैक्सीन से कोई अनहोनी नहीं हुई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि 22 जनवरी को 27 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में टीके लगाने का काम हुआ। इस दौरान 187 लोगों में साइड इफेक्ट हुआ। देश में गंभीर साइड इफेक्ट के मामले सामने नहीं आए हैं।
साथ ही उन्होंने कहा कि जहां तक भारतीय सेना का संबंध है, हमने अपने स्वास्थ्य कर्मचारियों को वैक्सीन देना शुरू कर दिया है। उनमें से लगभग 6,000 को अब तक टीका लगाया गया है।
I’m proud that our country has been at the forefront in vaccination drive. As far as Indian Army is concerned, we’ve started administering vaccine to our health workers. Around 6,000 of them have been vaccinated so far: Southern Army Commander Lt General CP Mohanty
(23.01.2021) pic.twitter.com/rw2BF2fMOr
— ANI (@ANI) January 23, 2021
16 जनवरी से देश में कोरोना का टीकाकरण शुरू हो चुका है। 22 जनवरी तक को बीते छह दिनों में सर्वाधिक 2.33 लाख स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं व अग्रिम पंक्ति के लोगों को वैक्सीन लगाए गए।
भारत में कोरोना टीकाकरण अभियान जोर पकड़ गया है। इसे मिलाकर कुल 10.40 लाख लोगों को छह दिन में टीके लगाए जा चुके हैं। इनमें साइड इफेक्ट के 787 केस मिले हैं, लेकिन वैक्सीन से कोई अनहोनी नहीं हुई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि 22 जनवरी को 27 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में टीके लगाने का काम हुआ। इस दौरान 187 लोगों में साइड इफेक्ट हुआ। देश में गंभीर साइड इफेक्ट के मामले सामने नहीं आए हैं।