सरकार को टीका 219 से 292 तो बाजार में 438 से 548 रुपये का मिलेगा : सीरम इंस्टीट्यूट

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Updated Tue, 05 Jan 2021 06:03 AM IST
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सीरम इंस्टीट्यूट कोविशील्ड वैक्सीन की पांच करोड़ डोज का उत्पादन कर चुका है। कंपनी के सीईओ अदार पूनावाला ने बताया कि कंपनी पहले चरण भारत सरकार और गवि से जुड़े देशों के साथ बाजार में कोविशील्ड वैक्सीन बेचना शुरू करेगी। उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश सभी को सस्ती दर पर आसानी से टीका मुहैया कराना है। उन्होंने ये भी स्पष्ट कहा कि भारत सरकार को ये टीका इसलिए सस्ता पड़ेगा क्योंकि वो बड़े स्तर पर टीके की खरीदारी कर रही है। एजेंसी।
एक महीने में दस करोड़ डोज का उत्पादन
पूनावाला ने कहा कि सीरम इंस्टीट्यूट अभी वैक्सीन की दस करोड़ डोज का उत्पादन एक माह में कर सकता है। संभव है कि अप्रैल में ये उत्पादन क्षमता दोगुनी हो जाएगी। सरकार ने पहले ही इशारा कर दिया है कि उसे जुलाई 2021 तक तीन करोड़ खुराक की जरूरत होगी जिसका इस्तेमाल स्वास्थ्यकर्मियों, बुजुर्गों और फ्रंटलाइन वर्कर्स पर होगा। एसआईआई सरकार के साथ वैक्सीन के उत्पादन और वितरण को लेकर लगातार संपर्क में है।
7 से 10 दिन में औपचारिकताएं होंगी पूरी
पूनावाला ने कहा कि दवा नियंत्रक संस्थाओं से मंजूरी मिलने के बाद अन्य औपचारिकताओं को पूरा होने में सात से दस दिन का वक्त लग सकता है। इसके बाद सरकारी योजना के अनुसार वितरण होगा। उन्होंने ये भी स्पष्ट किया है कि परीक्षण में कोविशील्ड वैक्सीन 100 फीसदी असरदार दिखी है। परीक्षण में टीका लगने के बाद किसी व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं पड़ी है। दो से तीन महीने के भीतर वैक्सीन की दोनों डोज लग जानी चाहिए।
ऑक्सफोर्ड- एस्ट्राजेनेका की कोरोना वैक्सीन को इमरजेंसी में प्रयोग की अनुमति के बाद देश में वैक्सीन का उत्पादन कर रहे पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) ने उसकी कीमत का भी खुलासा कर दिया है। एसआईआई के अनुसार सरकार को कोविशील्ड वैक्सीन की एक खुराक 219 से 292 रुपये की होगी जबकि बाजार में इसकी कीमत दोगुनी होगी जिसके लिए 438 से 584 रुपये चुकाना पड़ेगा।
सीरम इंस्टीट्यूट कोविशील्ड वैक्सीन की पांच करोड़ डोज का उत्पादन कर चुका है। कंपनी के सीईओ अदार पूनावाला ने बताया कि कंपनी पहले चरण भारत सरकार और गवि से जुड़े देशों के साथ बाजार में कोविशील्ड वैक्सीन बेचना शुरू करेगी। उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश सभी को सस्ती दर पर आसानी से टीका मुहैया कराना है। उन्होंने ये भी स्पष्ट कहा कि भारत सरकार को ये टीका इसलिए सस्ता पड़ेगा क्योंकि वो बड़े स्तर पर टीके की खरीदारी कर रही है। एजेंसी।
एक महीने में दस करोड़ डोज का उत्पादन
पूनावाला ने कहा कि सीरम इंस्टीट्यूट अभी वैक्सीन की दस करोड़ डोज का उत्पादन एक माह में कर सकता है। संभव है कि अप्रैल में ये उत्पादन क्षमता दोगुनी हो जाएगी। सरकार ने पहले ही इशारा कर दिया है कि उसे जुलाई 2021 तक तीन करोड़ खुराक की जरूरत होगी जिसका इस्तेमाल स्वास्थ्यकर्मियों, बुजुर्गों और फ्रंटलाइन वर्कर्स पर होगा। एसआईआई सरकार के साथ वैक्सीन के उत्पादन और वितरण को लेकर लगातार संपर्क में है।
7 से 10 दिन में औपचारिकताएं होंगी पूरी
पूनावाला ने कहा कि दवा नियंत्रक संस्थाओं से मंजूरी मिलने के बाद अन्य औपचारिकताओं को पूरा होने में सात से दस दिन का वक्त लग सकता है। इसके बाद सरकारी योजना के अनुसार वितरण होगा। उन्होंने ये भी स्पष्ट किया है कि परीक्षण में कोविशील्ड वैक्सीन 100 फीसदी असरदार दिखी है। परीक्षण में टीका लगने के बाद किसी व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं पड़ी है। दो से तीन महीने के भीतर वैक्सीन की दोनों डोज लग जानी चाहिए।
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