मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
– फोटो : अमर उजाला
पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर
कहीं भी, कभी भी।
*Yearly subscription for just ₹299 Limited Period Offer. HURRY UP!
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को 58 पुल और पुलियों के जीर्णोद्धार व नव निर्माण के काम का वर्चुअल माध्यम से शुभारंभ किया। वाराणसी में 70 लाख रुपये की लागत से जीर्णोद्धार और नया निर्माण किया जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जनता के कामों के लिए पैसों की कमी आडे़ नहीं आएगी। पिछले कई दशक में पुल-पुलियों एवं नहरों के मरम्मत का कार्य नहीं हो पाया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश भर में 21 हजार 542 पुल पुलियों की मरम्मत एवं जीर्णोद्धार का कार्य, 3508 पुल-पुलिया के पुनर्निर्माण कार्य का महाअभियान प्रारंभ हो रहा है।
उन्होंने कहा, हमने विगत वर्ष बजट में पैसे की व्यवस्था की थी और नए बजट में भी इसकी व्यवस्था की है। मुख्यमंत्री ने बताया कि पुरानी नहरों की कभी भी मरम्मत नहीं हुई। आबादी बढ़ती गई आवागमन बढ़ता गया, साधन बढ़ते गए लेकिन कभी भी इस दिशा में किसी ने प्रयास नहीं किया।
मुख्यमंत्री ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि 100 दिन के अंदर इन सभी कार्यों को मानक के अनुरूप गुणवत्ता के साथ पूरा कराएं। उन्होंने कहा कि अगले चरण में यह व्यवस्था देनी चाहिए कि नहर की पटरियों को आवागमन के लिए पक्की सड़क से जोड़ा जाए। कमिश्नरी सभागार में कार्यक्रम के लाइव प्रसारण के दौरान विधायक रोहनिया सुरेंद्र नारायण सिंह, सौरभ श्रीवास्तव, जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा, सिंचाई विभाग के अधिकारी सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को 58 पुल और पुलियों के जीर्णोद्धार व नव निर्माण के काम का वर्चुअल माध्यम से शुभारंभ किया। वाराणसी में 70 लाख रुपये की लागत से जीर्णोद्धार और नया निर्माण किया जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जनता के कामों के लिए पैसों की कमी आडे़ नहीं आएगी। पिछले कई दशक में पुल-पुलियों एवं नहरों के मरम्मत का कार्य नहीं हो पाया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश भर में 21 हजार 542 पुल पुलियों की मरम्मत एवं जीर्णोद्धार का कार्य, 3508 पुल-पुलिया के पुनर्निर्माण कार्य का महाअभियान प्रारंभ हो रहा है।
उन्होंने कहा, हमने विगत वर्ष बजट में पैसे की व्यवस्था की थी और नए बजट में भी इसकी व्यवस्था की है। मुख्यमंत्री ने बताया कि पुरानी नहरों की कभी भी मरम्मत नहीं हुई। आबादी बढ़ती गई आवागमन बढ़ता गया, साधन बढ़ते गए लेकिन कभी भी इस दिशा में किसी ने प्रयास नहीं किया।
मुख्यमंत्री ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि 100 दिन के अंदर इन सभी कार्यों को मानक के अनुरूप गुणवत्ता के साथ पूरा कराएं। उन्होंने कहा कि अगले चरण में यह व्यवस्था देनी चाहिए कि नहर की पटरियों को आवागमन के लिए पक्की सड़क से जोड़ा जाए। कमिश्नरी सभागार में कार्यक्रम के लाइव प्रसारण के दौरान विधायक रोहनिया सुरेंद्र नारायण सिंह, सौरभ श्रीवास्तव, जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा, सिंचाई विभाग के अधिकारी सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
Source link
Like this:
Like Loading...