मुंबई क्राइम ब्रांच ने पकड़ा नवजात बच्चे बेचने वाला गिरोह, 60,000 से डेढ़ लाख तक लगती थी कीमत

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, मुंबई
Updated Mon, 18 Jan 2021 11:42 AM IST
प्रतीकात्मक तस्वीर
– फोटो : अमर उजाला
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पुलिस को प्रारंभिक जांच में पता चला है कि छह महीनों में चार बच्चों को बेचा गया है, हालांकि पुलिस को इस बात का संदेह है कि बेचे गए बच्चों की संख्या इससे ज्यादा हो सकती है। क्राइम ब्रांच शाखा एक ने शनिवार को आरती हीरामणि सिंह, रुक्सर शेख, रुपाली वर्मा, निशा अहिर, गीतांजलि गायकवाड़ और संजय पदम को गिरफ्तार किया है।
Mumbai Crime Branch unit 1 busted a gang that sold newborn babies. A total of 9 accused (7 women and 2 men) arrested. They’ve been sent to custody till 21st Jan. The newborn babies were sold for Rs 60,000 to Rs 3 Lakh. One doctor also arrested by Crime Branch in this connection.
— ANI (@ANI) January 18, 2021
आरती पैथालॉजी लैब टेक्निशियन है और गिरोह का संचालन करती है। गिरफ्तार आरोपियों के तहत आईपीसी और जुवेनाइल जस्टिस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने आठ मोबाइल फोन को जब्त कर लिए हैं। इन फोन में बच्चों की फोटो और व्हाट्सएप चैट मिले हैं।
पुलिस एसआई योगेश चव्हाण और क्राइम ब्रांच शाखा एक की मनीषा पवार को गिरोह की महिला की सूचना मिली। सूचना में पता चला कि एक महिला बच्चों को बेचने में लिप्ट है और बांद्रा ईस्ट में रहती है। जब इस बारे में जांच पड़ताल की गई तो पता चला कि रुक्सर शेख नाम की महिला है और उसने हाल ही में एक बच्ची को बेचा है।
जब रुक्सर शेख से पूछताछ की गई तो दूसरी महिला के बारे में पता चला। महिला ने बताया कि शाहजहां जोगिलकर ने रुपाली वर्मा के जरिए अपने बच्चे को पुणे स्थित एक परिवार को बेचा है। 14 जनवरी को पुलिस टीम ने रुक्सर, शाहजहां और रुपाली को हिरासत में लिया।
रुक्सर शेख ने पुलिस को बताया कि 2019 में उसने अपनी बच्ची को साठ हजार रुपये में बेचा था और डेढ़ लाख में बेटे को बेचा था। शाहजहां ने बताया था कि 2019 उसने अपने बेटे को 60,000 रुपये में धारावी स्थित एक परिवार को बेचा था।