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मानवाधिकार कार्यकर्ता रुशन अब्बास ने चीन में उइगर मुस्लिमों की मदद के लिए आवाज उठाने की मांग की

चीन का मुसलमान भय के वातावरण में जी रहा है
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अमेरिका की मानवाधिकार कार्यकर्ता रुशन अब्बास ने चीन में उइगरों के ऊपर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ पूरी दुनिया से आवाज उठाने की मांग की। उन्होंने कहा, कोरोना महामारी के दौर में उइगर मुस्लिमों के साथ क्रूरता बढ़ी है। इसलिए दुनिया भर की सरकारों को चीन के इस क्रूर रवैये के प्रति कुछ करने की जरूरत है।
रुशन अब्बास ने कहा, चीन का मौजूदा हाल हमें जर्मनी में नाजियों की याद दिलाता है, जब यहूदियों को बंदी बनाकर उनके साथ बर्बर बर्ताव किया जाता था। चीन अब यही उइगरों के साथ दोहरा रहा है। उन्होंने कहा, कुछ देश चीन के साथ व्यापार करते हैं ऐसे में ये लोग भी उइगरों के साथ हो रहे अत्याचारों में सहभागी हैं।
अमेरिका की मानवाधिकार कार्यकर्ता रुशन अब्बास ने चीन में उइगरों के ऊपर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ पूरी दुनिया से आवाज उठाने की मांग की। उन्होंने कहा, कोरोना महामारी के दौर में उइगर मुस्लिमों के साथ क्रूरता बढ़ी है। इसलिए दुनिया भर की सरकारों को चीन के इस क्रूर रवैये के प्रति कुछ करने की जरूरत है।
रुशन अब्बास ने कहा, चीन का मौजूदा हाल हमें जर्मनी में नाजियों की याद दिलाता है, जब यहूदियों को बंदी बनाकर उनके साथ बर्बर बर्ताव किया जाता था। चीन अब यही उइगरों के साथ दोहरा रहा है। उन्होंने कहा, कुछ देश चीन के साथ व्यापार करते हैं ऐसे में ये लोग भी उइगरों के साथ हो रहे अत्याचारों में सहभागी हैं।