भारत के लिए बड़ी उपलब्धि, दुनिया की शीर्ष सहकारी संस्था बनी IFFCO

बिजनेस डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Updated Thu, 21 Jan 2021 11:37 AM IST
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इस संदर्भ में इफको ने कहा कि, ‘इफको राष्ट्र के सकल घरेलू उत्पाद और आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। अंतरराष्ट्रीय सहकारी गठबंधन (आईसीए) द्वारा प्रकाशित नौवीं वार्षिक विश्व सहकारी मॉनिटर (WCM) रिपोर्ट के अनुसार, यह उद्यम के टर्नोवर और देश की संपत्ति को दर्शाता है।’
#IFFCO ranked Number 1 #Cooperative in the world among top 300 Cooperatives. Proud moment for IFFCO as it topped the “World Cooperative Monitor” List of Turnover/GDP per Capita. Congratulations to Board, Delegates & Employees at IFFCO @icacoop @Euricse @DVSadanandGowda @nstomar pic.twitter.com/DgVxHcaPBK
— Dr. U S Awasthi (@drusawasthi) January 21, 2021
इफको के एमडी औप सीईओ यूएस आवस्थी ने ट्वीट किया कि, ‘बहुत खुशी की बात है की इफको दुनिया की नं.1 सहकारी संस्था बन गई है। दुनिया की शीर्ष 300 सहकारी संस्थाओं के बीच प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद से अधिक कारोबार के अनुपात के आधार पर इफको सर्वश्रेष्ठ पर है। आप सभी को बधाई।’
पूर्णतः भारतीय सहकारी संघ के स्वामित्व में है IFFCO
मालूम हो कि इफको पूर्णतः भारतीय सहकारी संघ के स्वामित्व में है। वर्ष 1967 में केवल 57 सहकारी समितियों के साथ स्थापित इस समिति में आज 36,000 से भी अधिक भारतीय सहकारी समितियां शामिल हैं। खाद बनाने और बेचने के प्रमुख व्यवसाय के अलावा इन समितियों का व्यवसाय साधारण बीमा से ले कर ग्रामीण दूरसंचार जैसे विविध क्षेत्रों तक फैला हुआ है।
5.5 करोड़ किसानों को सेवाएं प्रदान करती है संस्था
अपनी 36,000 सहकारी समितियों के विशाल विपणन नेटवर्क के जरिए, इफको भारत के 5.5 करोड़ किसानों को अपनी सेवाएं प्रदान करते हैं। इफको के विपणन विभाग के सामने भारत के कोने-कोने में रहने वाले किसानों तक खाद को पहुंचाने की कठिन चुनौती रहती है, जिनमें से कुछ किसान तो दुनिया के कुछ सबसे दुर्गम स्थानों में रहते हैं।
अंतरराष्ट्रीय साझेदारी का किया विस्तार
इफको ने दुनिया भर में अपने प्रभाव का विस्तार किया है। कई अंतरराष्ट्रीय खाद उद्योगों और कच्चे माल के आपूर्तिकर्ताओं के साथ किए गए महत्त्वपूर्ण समझौता ज्ञापनों के जरिए संस्था ने अपनी अंतरराष्ट्रीय साझेदारी का विस्तार किया है।