कोरोना वायरस (प्रतीकात्मक तस्वीर)
– फोटो : पीटीआई
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अब ब्रिटेन की यात्रा करने वाली लोगों को अपने साथ कोरोना के चार टेस्ट साथ लेकर जाने होंगे। नए नियम के मुताबिक किसी भी ऐसे देश से जो कोविड हॉटस्पॉट की लिस्ट में ना हो, अगर वहां से कोई यात्री ब्रिटेन के लिए उड़ान भर रहा है तो उसको होम आइसोलेशन अवधि तक चार बार कोरोना का टेस्ट कराना होगा।
इस हफ्ते की शुरुआत में सरकार ने एलान किया था कि रेड लिस्ट में शामिल देशों से आने वाले सभी यात्रियों को दस दिन के लिए होटल में क्वारंटीन होना होगा। ये 15 फरवरी से लागू होगा। लेकिन अब सरकार ने घोषणा की है, जो यात्री लिस्ट में शामिल देशों के अलावा किसी और देश से यात्रा कर रहे हैं तो उन्हें दस दिन के लिए घर पर क्वारंटीन होना होगा। इसके अलावा तीन आवश्यक कोरोना टेस्ट कराने होंगे।
चौथे टेस्ट के बाद यात्री को घर से बाहर निकलने के लिए अनुमति मिल जाएगी। रिपोर्ट में कहा गया है कि यात्रियों को सभी टेस्ट का खर्चा खुद उठाना होगा और अगर वो ऐसा नहीं करते हैं तो उनके ऊपर जुर्माना लगेगा। मौजूदा समय में किसी प्राइवेट लैब से टेस्ट कराने में 13,155 रुपये लग रहे हैं, यानि कि चार टेस्ट कराने में करीब 52,000 से ज्यादा का खर्चा आएगा।
ये नए नियम 15 फरवरी से लागू होंगे। मौजूदा नियम के मुताबिक यात्री का सबसे पहला टेस्ट उड़ान भरने से 72 घंटे पहले होगा। क्वारंटीन के दूसरे दिन दूसरा टेस्ट होना बहुत जरूरी है। यात्रियों को आरटी-पीसीआर टेस्ट कराना होगा। इसके बाद होम आइसोलेशन के पांचवें दिन यात्री का तीसरा टेस्ट किया जाएगा।
अगर तीसरा टेस्ट नेगेटिव आता है तो यात्री को क्वारंटीन अवधि से पहले बाहर निकलने की अनुमति मिल जाएगी। इसके बाद आठवें दिन चौथा जरूरी टेस्ट किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता का कहना है कि सरकार के लिए यह जरूरी है कि वो लोगों को सुरक्षित रखने और उनकी जान बचाने के लिए उचित कदम उठाए।
अब ब्रिटेन की यात्रा करने वाली लोगों को अपने साथ कोरोना के चार टेस्ट साथ लेकर जाने होंगे। नए नियम के मुताबिक किसी भी ऐसे देश से जो कोविड हॉटस्पॉट की लिस्ट में ना हो, अगर वहां से कोई यात्री ब्रिटेन के लिए उड़ान भर रहा है तो उसको होम आइसोलेशन अवधि तक चार बार कोरोना का टेस्ट कराना होगा।
इस हफ्ते की शुरुआत में सरकार ने एलान किया था कि रेड लिस्ट में शामिल देशों से आने वाले सभी यात्रियों को दस दिन के लिए होटल में क्वारंटीन होना होगा। ये 15 फरवरी से लागू होगा। लेकिन अब सरकार ने घोषणा की है, जो यात्री लिस्ट में शामिल देशों के अलावा किसी और देश से यात्रा कर रहे हैं तो उन्हें दस दिन के लिए घर पर क्वारंटीन होना होगा। इसके अलावा तीन आवश्यक कोरोना टेस्ट कराने होंगे।
चौथे टेस्ट के बाद यात्री को घर से बाहर निकलने के लिए अनुमति मिल जाएगी। रिपोर्ट में कहा गया है कि यात्रियों को सभी टेस्ट का खर्चा खुद उठाना होगा और अगर वो ऐसा नहीं करते हैं तो उनके ऊपर जुर्माना लगेगा। मौजूदा समय में किसी प्राइवेट लैब से टेस्ट कराने में 13,155 रुपये लग रहे हैं, यानि कि चार टेस्ट कराने में करीब 52,000 से ज्यादा का खर्चा आएगा।
ये नए नियम 15 फरवरी से लागू होंगे। मौजूदा नियम के मुताबिक यात्री का सबसे पहला टेस्ट उड़ान भरने से 72 घंटे पहले होगा। क्वारंटीन के दूसरे दिन दूसरा टेस्ट होना बहुत जरूरी है। यात्रियों को आरटी-पीसीआर टेस्ट कराना होगा। इसके बाद होम आइसोलेशन के पांचवें दिन यात्री का तीसरा टेस्ट किया जाएगा।
अगर तीसरा टेस्ट नेगेटिव आता है तो यात्री को क्वारंटीन अवधि से पहले बाहर निकलने की अनुमति मिल जाएगी। इसके बाद आठवें दिन चौथा जरूरी टेस्ट किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता का कहना है कि सरकार के लिए यह जरूरी है कि वो लोगों को सुरक्षित रखने और उनकी जान बचाने के लिए उचित कदम उठाए।
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