पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर
कहीं भी, कभी भी।
*Yearly subscription for just ₹299 Limited Period Offer. HURRY UP!
प्रदेश का दूसरा डेटा सेंटर भी ग्रेटर नोएडा में स्थापित होने जा रहा है। जापान का एनटीटी. लि. 25 एकड़ में डेटा सेंटर की स्थापना कर 1,000 करोड़ रुपये निवेश करेगा। इसके पहले हीरा नंदानी समूह को 6,000 करोड़ रुपये निवेश वाले डेटा सेंटर पार्क की स्थापना के लिए भूमि का आवंटन किया जा चुका है।
अपर मुख्य सचिव आईटी एवं इलेक्ट्रानिक्स आलोक कुमार ने यहां बताया कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने ग्रेटर नोएडा को डेटा सेंटर हब के रूप में विकसित करने का निर्णय किया है। उन्होंने बताया कि एनटीटी जापान एक अंतर्राष्ट्रीय ब्रांड है। इसका मुख्यालय लंदन में है। इस डेटा सेंटर की स्थापना छह एकड़ में होगी।
इसके लिए 70 मेगावाट विद्युत आपूर्ति की आवश्यकता होगी। उन्होंने बताया कि ग्रेटर नोएडा पश्चिम केसेक्टर टेकजोन-4 में अर्थ एसईजेड विकसित किया गया है। यह डेटा सेंटर अर्थ एसईजेड में स्थापित होगा।
आलोक कुमार ने बताया कि इन दोनों डेटा सेंटर की स्थापना से ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में करीब 8,000 करोड़ रुपये प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष निवेश होगा और 1,500 लोगों को रोजगार मिलेगा। उन्होंने बताया कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ग्रेटर नोएडा में और भी डेटा सेंटर स्थापित करने के लिए इस सेक्टर के देश के अन्य निवेशकों से संवाद स्थापित कर रहा है। इसके सार्थक परिणाम जल्द ही मिलने की संभावना है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में औद्योगिक सेक्टर के आवंटन के लिए 25 हजार एकड़ भूमि उपलब्ध है।
डेटा सेंटर का उपयोग नेटवर्क से जुड़े कंप्यूटर सर्वर का डेटा भंडारण, प्रोसेसिंग आदि गतिविधियों में किया जाता है। यूपी में सोशल मीडिया प्लेटफार्म-फेसबुक, इंस्ट्राग्राम, ट्विटर व यूट्यूब आदि के करोड़ों उपभोक्ता हैं। इसके अलावा बैंकिंग, व्यापार, स्वास्थ्य सेवा, यात्रा, पर्यटन व आधार कार्ड का डेटा भी अहम है। इनके डेटा को डेटा सेंटर में सुरक्षित किया जा सकेगा।
प्रदेश का दूसरा डेटा सेंटर भी ग्रेटर नोएडा में स्थापित होने जा रहा है। जापान का एनटीटी. लि. 25 एकड़ में डेटा सेंटर की स्थापना कर 1,000 करोड़ रुपये निवेश करेगा। इसके पहले हीरा नंदानी समूह को 6,000 करोड़ रुपये निवेश वाले डेटा सेंटर पार्क की स्थापना के लिए भूमि का आवंटन किया जा चुका है।
अपर मुख्य सचिव आईटी एवं इलेक्ट्रानिक्स आलोक कुमार ने यहां बताया कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने ग्रेटर नोएडा को डेटा सेंटर हब के रूप में विकसित करने का निर्णय किया है। उन्होंने बताया कि एनटीटी जापान एक अंतर्राष्ट्रीय ब्रांड है। इसका मुख्यालय लंदन में है। इस डेटा सेंटर की स्थापना छह एकड़ में होगी।
इसके लिए 70 मेगावाट विद्युत आपूर्ति की आवश्यकता होगी। उन्होंने बताया कि ग्रेटर नोएडा पश्चिम केसेक्टर टेकजोन-4 में अर्थ एसईजेड विकसित किया गया है। यह डेटा सेंटर अर्थ एसईजेड में स्थापित होगा।
आलोक कुमार ने बताया कि इन दोनों डेटा सेंटर की स्थापना से ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में करीब 8,000 करोड़ रुपये प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष निवेश होगा और 1,500 लोगों को रोजगार मिलेगा। उन्होंने बताया कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ग्रेटर नोएडा में और भी डेटा सेंटर स्थापित करने के लिए इस सेक्टर के देश के अन्य निवेशकों से संवाद स्थापित कर रहा है। इसके सार्थक परिणाम जल्द ही मिलने की संभावना है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में औद्योगिक सेक्टर के आवंटन के लिए 25 हजार एकड़ भूमि उपलब्ध है।
…इसलिए डेटा सेंटर की जरूरत
डेटा सेंटर का उपयोग नेटवर्क से जुड़े कंप्यूटर सर्वर का डेटा भंडारण, प्रोसेसिंग आदि गतिविधियों में किया जाता है। यूपी में सोशल मीडिया प्लेटफार्म-फेसबुक, इंस्ट्राग्राम, ट्विटर व यूट्यूब आदि के करोड़ों उपभोक्ता हैं। इसके अलावा बैंकिंग, व्यापार, स्वास्थ्य सेवा, यात्रा, पर्यटन व आधार कार्ड का डेटा भी अहम है। इनके डेटा को डेटा सेंटर में सुरक्षित किया जा सकेगा।
Source link
Like this:
Like Loading...