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देश के 72वें गणतंत्र दिवस की परेड में राजपथ पर कैप्टन प्रीति चौधरी अपग्रेडेड शिल्का एंटी-एयरक्राफ्ट हथियार सिस्टम की कमान संभाली। परेड में शिल्का एंटी-एयरक्राफ्ट हथियार सिस्टम को पहली बार शामिल किया गा है। चंडीगढ़ की आर्मी एयर डिफेंस की कैप्टन प्रीति चौधरी इस वर्ष गणतंत्र दिवस परेड में नेतृत्व करने वाली एकमात्र महिला सेना अधिकारी हैं। वे चंडीगढ़ एनसीसी एयर स्क्वाड्रन की पूर्व कैडेट हैं।
सेना ने शिल्का की कमांड हरियाणा के पानीपत के गांव बिंझौल की बेटी और 140 वायु रक्षा रेजिमेंट की कैप्टन प्रीति चौधरी को सौंपी। प्रीति चौधरी के पिता इंद्र सिंह आर्मी से रिटायर्ड कैप्टन हैं। पैतृक घर गांव बिंझौल में है। आर्मी में सेवा के दौरान पिता की पोस्टिंग कई जगह होने के कारण बारहवीं तक प्रीति ने आठ स्कूल बदले। सेवानिवृत्ति के समय इंद्र सिंह ने चंडीगढ़ के नजदीक गांव जीरकपुर में घर बना लिया।
गणतंत्र दिवस परेड में सेना की एकमात्र महिला कमांडर परेड कैप्टन प्रीति चौधरी ने बताया कि पहली बार राजपथ पर चलने के लिए शिल्का को अपग्रेड किया। यह जमीन पर 2 किमी तक दुश्मन के ठिकानों को ट्रैक कर सकता है, हवा में 2.5 किमी तक। मुझे महिला होने के नाते यह मौका नहीं मिला है बल्कि ये मेरी रेजीमेंट के उपकरण हैं, इसलिए मुझे यह मौका मिला है।
प्रीति ने चंडीगढ़ के कालेज जीजीजी-11 से बीटेक की पढ़ाई पूरी की। कालेज में ही उन्होंने एनसीसी ज्वाइन की थी। पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने सर्विस सलेक्शन बोर्ड (एसएसबी) का टेस्ट क्लीयर किया था। इसके बाद आफिसर ट्रेनिंग कैंप चेन्नई में ट्रेनिंग पूरी की। कैप्टन प्रीति चौधरी को 2018 में ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी, चेन्नई से पास आउट होने पर प्रतिष्ठित स्वॉर्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किया गया था। यह दूसरी बार है, जब वह राजपथ पर गणतंत्र दिवस पर मार्च कर रही हैं। कैप्टन प्रीति को 2016 में देश भर में दूसरी सर्वश्रेष्ठ एयर विंग कैडेट चुना गया था। पिता इंद्र सिंह ने बताया कि वर्तमान में कैप्टन प्रीति की पोस्टिंग अंबाला में है।
अपग्रेडेड शिल्का एंटी-एयरक्राफ्ट हथियार सिस्टम आसमानी आफतों से बचाता है। यह एक ताकतवर और सटीक एयर डिफेंस सिस्टम है। इसका थ्रीडी ट्रैकिंग राडार आसमान से आने वाले हर मुसीबत को पहचान कर उसे मार गिराने में सक्षम हैं।
देश के 72वें गणतंत्र दिवस की परेड में राजपथ पर कैप्टन प्रीति चौधरी अपग्रेडेड शिल्का एंटी-एयरक्राफ्ट हथियार सिस्टम की कमान संभाली। परेड में शिल्का एंटी-एयरक्राफ्ट हथियार सिस्टम को पहली बार शामिल किया गा है। चंडीगढ़ की आर्मी एयर डिफेंस की कैप्टन प्रीति चौधरी इस वर्ष गणतंत्र दिवस परेड में नेतृत्व करने वाली एकमात्र महिला सेना अधिकारी हैं। वे चंडीगढ़ एनसीसी एयर स्क्वाड्रन की पूर्व कैडेट हैं।
प्रीति चौधरी के पिता आर्मी से रिटायर्ड कैप्टन हैं
सेना ने शिल्का की कमांड हरियाणा के पानीपत के गांव बिंझौल की बेटी और 140 वायु रक्षा रेजिमेंट की कैप्टन प्रीति चौधरी को सौंपी। प्रीति चौधरी के पिता इंद्र सिंह आर्मी से रिटायर्ड कैप्टन हैं। पैतृक घर गांव बिंझौल में है। आर्मी में सेवा के दौरान पिता की पोस्टिंग कई जगह होने के कारण बारहवीं तक प्रीति ने आठ स्कूल बदले। सेवानिवृत्ति के समय इंद्र सिंह ने चंडीगढ़ के नजदीक गांव जीरकपुर में घर बना लिया।
गणतंत्र दिवस परेड में सेना की एकमात्र महिला कमांडर परेड कैप्टन प्रीति चौधरी ने बताया कि पहली बार राजपथ पर चलने के लिए शिल्का को अपग्रेड किया। यह जमीन पर 2 किमी तक दुश्मन के ठिकानों को ट्रैक कर सकता है, हवा में 2.5 किमी तक। मुझे महिला होने के नाते यह मौका नहीं मिला है बल्कि ये मेरी रेजीमेंट के उपकरण हैं, इसलिए मुझे यह मौका मिला है।
प्रीति ने चंडीगढ़ के कालेज जीजीजी-11 से बीटेक की पढ़ाई पूरी की। कालेज में ही उन्होंने एनसीसी ज्वाइन की थी। पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने सर्विस सलेक्शन बोर्ड (एसएसबी) का टेस्ट क्लीयर किया था। इसके बाद आफिसर ट्रेनिंग कैंप चेन्नई में ट्रेनिंग पूरी की। कैप्टन प्रीति चौधरी को 2018 में ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी, चेन्नई से पास आउट होने पर प्रतिष्ठित स्वॉर्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किया गया था। यह दूसरी बार है, जब वह राजपथ पर गणतंत्र दिवस पर मार्च कर रही हैं। कैप्टन प्रीति को 2016 में देश भर में दूसरी सर्वश्रेष्ठ एयर विंग कैडेट चुना गया था। पिता इंद्र सिंह ने बताया कि वर्तमान में कैप्टन प्रीति की पोस्टिंग अंबाला में है।
अपग्रेडेड शिल्का एंटी-एयरक्राफ्ट हथियार सिस्टम आसमानी आफतों से बचाता है। यह एक ताकतवर और सटीक एयर डिफेंस सिस्टम है। इसका थ्रीडी ट्रैकिंग राडार आसमान से आने वाले हर मुसीबत को पहचान कर उसे मार गिराने में सक्षम हैं।
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