पश्चिम बंगाल चुनावः नया सेकुलर फ्रंट बना, मौलाना अब्बास सिद्दीकी की किंग मेकर बनने की मंशा

पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर
कहीं भी, कभी भी।
*Yearly subscription for just ₹299 Limited Period Offer. HURRY UP!
ख़बर सुनें
पश्चिम बंगाल के आगामी विधानसभा चुनाव में नए राजनीतिक संगठन ‘इंडियन सेकुलर फ्रंट ने भी ताल ठोंकी है। फुरफुरा शरीफ के मौलाना अब्बास सिद्दीकी ने गुरुवार को घोषणा की कि उनकी पार्टी राज्य की सभी 294 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। उनकी मंशा राज्य के भावी सियासी समीकरणों में किंग मेकर बनने की है।
बता दें, पीरजादा अब्बास सिद्दीकी फुरफुरा शरीफ अहले सुन्नतुल जमात के संस्थापक हैं।
West Bengal: Pirzada Abbas Siddique, the founder of Furfura Sharif Ahale Sunnatul Jamat, launches Indian Secular Front (ISF) in Kolkata. pic.twitter.com/rqwTYn1UJZ
— ANI (@ANI) January 21, 2021
कोलकाता प्रेस क्लब में अपने सियासी इरादों का एलान करते हुए सूफी मजार फुरफुरा शरीफ के प्रमुख सिद्दीकी ने कहा कि हमारी पार्टी का गठन संवैधानिक लोकतंत्र की रक्षा, सभी को सामाजिक न्याय व सभी सम्मान के साथ रहें, इन लक्ष्यों को लेकर किया गया है। अगले कुछ दिनों में हम कई कार्यक्रम आयोजित करेंगे।
वोटों के बंटवारे के सवाल पर यह बोले-
जब सिद्दीकी से पूछा गया कि सेकुलर फ्रंट के चुनाव लड़ने से क्या मुस्लिम वोटों का बंटवारा नहीं होगा? इससे सत्तारूढ़ तृणमूल को नुकसान होगा? उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी की चिंता करना उनका काम नहीं है। तृणमूल कांग्रेस से गठबंधन के बारे में पूछने पर सिद्दीकी ने कहा कि भाजपा को रोकने के लिए सभी को साथ लेकर चलने की जिम्मेदारी ममता बनर्जी की है।
उधर, राज्य में आगामी विस चुनाव की बढ़ती सरगर्मी के बीच देश के मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा के नेतृत्व में आयोग का एक दल गुरुवार को कोलकाता पहुंचा। आयोग की टीम राज्य में चुनाव की तैयारियों का जायजा लेने पहुंची है। वहीं गुरुवार को भाजपा के युवा मोर्चा अध्यक्ष सहित तीन कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है। इन पर विवादित नारे लगाने की वजह से कार्रवाई की गई है।
भाजपा के हुगली जिला की युवा इकाई के अध्यक्ष सुरेश साहू समेत तीन कार्यकर्ताओं को पार्टी के नेता सुवेंदु अधिकारी के रोड शो के दौरान ‘देश के गद्दारों को गोली मारो‘ के आपत्तिजनक नारे लगाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। आरोपियों ने अदालत में जमानत याचिका दाखिल की थीए जिसे अदालत ने खारिज कर दिया और उन्हें 30 जनवरी तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। भाजपा कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के बारे में एक अधिकारी ने बताया कि भाजपा के कुछ कार्यकर्ताओं ने बुधवार को हुगली जिला में पार्टी के कार्यक्रम में इस तरह की कथित नारेबाजी की थी।