पश्चिम बंगाल: कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज के विरोध में लेफ्ट, आज बुलाया 12 घंटे का बंद

लेफ्ट ने 12 घंटे का बुलाया बंगाल बंद
– फोटो : ANI
पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर
कहीं भी, कभी भी।
*Yearly subscription for just ₹299 Limited Period Offer. HURRY UP!
ख़बर सुनें
ख़बर सुनें
इसके विरोध में शुक्रवार को लेफ्ट ने 12 घंटों का बंगाल बंद बुलाया है। बंद के दौरान सीपीआई (एम) के सदस्यों ने श्यामनगर में घोष पारा रोड को ब्लॉक कर दिया है। लेफ्ट फ्रंट के चेयरमैन बिमन बोस ने बताया कि यह बंद सुबह छह बजे से शुरू होकर शाम को छह बजे तक रहेगा। लेफ्ट का आरोप है कि जब पुलिस ने उन पर लाठियां चलाईं तो इसमें महिलाओं सहित कई प्रदर्शनकारी घायल हो गए।
पश्चिम बंगाल सरकार ने इस बंद का विरोध किया है और एक नोटिस जारी कर कहा है कि सभी कर्मचारियों को कार्यालय में उपस्थित होना चाहिए। कोई आकस्मिक छुट्टी नहीं दी जाएगी और ट्रैफिक व्यवधान को बहाने के तौर पर स्वीकार नहीं किया जाएगा। यदि कोई अनुपस्थित रहता है तो उसे वेतन का नुकसान झेलना होगा।
पुलिस ने दावा किया है कि प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड्स को तोड़ने की कोशिश की और चेतावनी के बावजूद वे वापस नहीं गए, जिसके बाद उन्हें आंसू गैस के गोले, वाटर कैनन और लाठियों का उपयोग करने के लिए मजबूर होना पड़ा। वहीं प्रदर्शनकारियों का कहना है कि बल का प्रयोग क्रूर और अभूतपूर्व था।
बिमन बोस ने कहा कि पुलिस की कार्रवाई ‘जलियांवाला बाग जैसी’ थी जब पूरे शहर की मोर्चाबंदी की गई और प्रदर्शनकारियों पर हमला किया गया। कार्रवाई के बाद पुलिस ने घायलों को बचाया और अस्पताल पहुंचाया। सीपीएम नेता मोहम्मद सलीम ने दावा किया है कि 500 प्रदर्शनकारी घायल हुए हैं। वहीं पुलिस का कहना है कि केवल 20 लोग घायल हुए हैं।
मोहम्मद सलीम के अनुसार, कांग्रेस और भारतीय धर्मनिरपेक्ष मोर्चा जिसकी स्थापना हाल ही में फुरफुरा शरीफ के पीरजादा अब्बास सिद्दीकी ने की है, 12 घंटे के बंद का समर्थन कर रहे हैं। बता दें कि लेफ्ट फ्रंट के कार्यकर्ताओं की केंद्रीय कोलकाता के एस्प्लेनेड क्षेत्र में गुरुवार दोपहर को पुलिस के साथ झड़प हुई थी।
इसके विरोध में शुक्रवार को लेफ्ट ने 12 घंटों का बंगाल बंद बुलाया है। बंद के दौरान सीपीआई (एम) के सदस्यों ने श्यामनगर में घोष पारा रोड को ब्लॉक कर दिया है। लेफ्ट फ्रंट के चेयरमैन बिमन बोस ने बताया कि यह बंद सुबह छह बजे से शुरू होकर शाम को छह बजे तक रहेगा। लेफ्ट का आरोप है कि जब पुलिस ने उन पर लाठियां चलाईं तो इसमें महिलाओं सहित कई प्रदर्शनकारी घायल हो गए।
Siliguri: The Left Front has called for a 12-hour bandh in West Bengal today to protest after its workers were allegedly beaten up during a march to Nabanna in Kolkata yesterday pic.twitter.com/fHxFGnmOwt
— ANI (@ANI) February 12, 2021
पश्चिम बंगाल सरकार ने इस बंद का विरोध किया है और एक नोटिस जारी कर कहा है कि सभी कर्मचारियों को कार्यालय में उपस्थित होना चाहिए। कोई आकस्मिक छुट्टी नहीं दी जाएगी और ट्रैफिक व्यवधान को बहाने के तौर पर स्वीकार नहीं किया जाएगा। यदि कोई अनुपस्थित रहता है तो उसे वेतन का नुकसान झेलना होगा।
पुलिस ने दावा किया है कि प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड्स को तोड़ने की कोशिश की और चेतावनी के बावजूद वे वापस नहीं गए, जिसके बाद उन्हें आंसू गैस के गोले, वाटर कैनन और लाठियों का उपयोग करने के लिए मजबूर होना पड़ा। वहीं प्रदर्शनकारियों का कहना है कि बल का प्रयोग क्रूर और अभूतपूर्व था।
बिमन बोस ने कहा कि पुलिस की कार्रवाई ‘जलियांवाला बाग जैसी’ थी जब पूरे शहर की मोर्चाबंदी की गई और प्रदर्शनकारियों पर हमला किया गया। कार्रवाई के बाद पुलिस ने घायलों को बचाया और अस्पताल पहुंचाया। सीपीएम नेता मोहम्मद सलीम ने दावा किया है कि 500 प्रदर्शनकारी घायल हुए हैं। वहीं पुलिस का कहना है कि केवल 20 लोग घायल हुए हैं।
मोहम्मद सलीम के अनुसार, कांग्रेस और भारतीय धर्मनिरपेक्ष मोर्चा जिसकी स्थापना हाल ही में फुरफुरा शरीफ के पीरजादा अब्बास सिद्दीकी ने की है, 12 घंटे के बंद का समर्थन कर रहे हैं। बता दें कि लेफ्ट फ्रंट के कार्यकर्ताओं की केंद्रीय कोलकाता के एस्प्लेनेड क्षेत्र में गुरुवार दोपहर को पुलिस के साथ झड़प हुई थी।