वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, नीदरलैंड
Updated Thu, 21 Jan 2021 12:42 AM IST
बकरी- प्रतीकात्मक तस्वीर
– फोटो : Pixabay
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दुनिया के लगभग सभी देशों में कोविड-19 महामारी फैल चुकी है। जिसके बाद कई देशों में कोरोना टीकाकरण का भी कार्य शुरू हो चुका है। ऐसे में अचानक नीदरलैंड से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। नीदरलैंड के दक्षिणी क्षेत्र में रहने वाले लोग निमोनिया रोग से पीड़ित हो रहे हैं। पूरे नीदरलैंड में बकरियों के अधिक फार्म होने की वजह से उनके संपर्क में आने वाले लोगों में निमोनिया के लक्षण पाए जा रहे हैं। वहां निमोनिया रोग फैलने के बाद इस बात की चर्चा शुरू हो गई है कि कहीं अब ये बकरियां देश में महामारी लाने वाली तो नहीं है?
दरअसल, वहां के लोग ये सब इसलिए कह रहे हैं क्योंकि पिछले 12 सालों में नीदरलैंड के दक्षिणी हिस्से में स्थित डेयरी फार्म में बकरियों के बीच गर्भपात के मामले बहुत ज्यादा बढ़े हैं। जिसके बाद पशु चिकित्सकों को बकरियों के सैंपल भेजे गए हैं। 9 से 10 नमूनों में कोई जवाब नहीं मिला। आखिरकार 2008 में नीदरलैंड के नूर्ड-ब्रांट प्रांत में श्वसन संक्रमण क्यू (Q) बुखार के रोग की पुष्टि हुई। इस बीमारी ने बकरियों, भेड़ और मवेशियों सहित कई अन्य पशुओं को संक्रमित करना शुरू कर दिया है।
नीदरलैंड की सरकार ने 50000 बकरियों को मारने का दिया आदेश
इस भयानक रोग से नीदरलैंड के लोगों को बचाने के लिए नीदरलैंड की सरकार ने 50,000 बकरियों को मारने का दिया आदेश दिए हैं। क्योंकि अब लोग भी इसकी चपेट में आने लगे हैं। संक्रमित हुए आधे लोगों को इस बीमारी से परेशानी झेलनी पड़ी। कई लोगों को इस रोग की वजह से दिल का दौरा भी पड़ गया और उनकी मौत हो गई। नतीजा यह है कि अब तक इस बीमारी से 95 लोगों की जान जा चुकी है।
बकरी फार्म के निकट रहने वाले लोगों को खतरा अधिक
वैज्ञानिकों एवं पशु विशेषज्ञों ने बताया कि निमोनिया के मामलों को बकरी के फार्म से जुड़ा पाया गया है। डॉक्टरों का कहना है कि बकरी के फार्म के पास रहने वाले लोगों में 20 से 55 फीसदी अधिक निमोनिया के शिकार हुए हैं। जो लोग फार्म के एक से डेढ़ किलोमीटर के रेडियस में रहते हैं उनमें खतरा अधिक पाया जा रहा है।
दुनिया के लगभग सभी देशों में कोविड-19 महामारी फैल चुकी है। जिसके बाद कई देशों में कोरोना टीकाकरण का भी कार्य शुरू हो चुका है। ऐसे में अचानक नीदरलैंड से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। नीदरलैंड के दक्षिणी क्षेत्र में रहने वाले लोग निमोनिया रोग से पीड़ित हो रहे हैं। पूरे नीदरलैंड में बकरियों के अधिक फार्म होने की वजह से उनके संपर्क में आने वाले लोगों में निमोनिया के लक्षण पाए जा रहे हैं। वहां निमोनिया रोग फैलने के बाद इस बात की चर्चा शुरू हो गई है कि कहीं अब ये बकरियां देश में महामारी लाने वाली तो नहीं है?
दरअसल, वहां के लोग ये सब इसलिए कह रहे हैं क्योंकि पिछले 12 सालों में नीदरलैंड के दक्षिणी हिस्से में स्थित डेयरी फार्म में बकरियों के बीच गर्भपात के मामले बहुत ज्यादा बढ़े हैं। जिसके बाद पशु चिकित्सकों को बकरियों के सैंपल भेजे गए हैं। 9 से 10 नमूनों में कोई जवाब नहीं मिला। आखिरकार 2008 में नीदरलैंड के नूर्ड-ब्रांट प्रांत में श्वसन संक्रमण क्यू (Q) बुखार के रोग की पुष्टि हुई। इस बीमारी ने बकरियों, भेड़ और मवेशियों सहित कई अन्य पशुओं को संक्रमित करना शुरू कर दिया है।
नीदरलैंड की सरकार ने 50000 बकरियों को मारने का दिया आदेश
इस भयानक रोग से नीदरलैंड के लोगों को बचाने के लिए नीदरलैंड की सरकार ने 50,000 बकरियों को मारने का दिया आदेश दिए हैं। क्योंकि अब लोग भी इसकी चपेट में आने लगे हैं। संक्रमित हुए आधे लोगों को इस बीमारी से परेशानी झेलनी पड़ी। कई लोगों को इस रोग की वजह से दिल का दौरा भी पड़ गया और उनकी मौत हो गई। नतीजा यह है कि अब तक इस बीमारी से 95 लोगों की जान जा चुकी है।
बकरी फार्म के निकट रहने वाले लोगों को खतरा अधिक
वैज्ञानिकों एवं पशु विशेषज्ञों ने बताया कि निमोनिया के मामलों को बकरी के फार्म से जुड़ा पाया गया है। डॉक्टरों का कहना है कि बकरी के फार्म के पास रहने वाले लोगों में 20 से 55 फीसदी अधिक निमोनिया के शिकार हुए हैं। जो लोग फार्म के एक से डेढ़ किलोमीटर के रेडियस में रहते हैं उनमें खतरा अधिक पाया जा रहा है।
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