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नए साल में विकसित की जाएगीं अनाज की आठ नई किस्में: भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान

अमर उजाला ब्यूरो, नई दिल्ली
Updated Sat, 02 Jan 2021 03:39 AM IST
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भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान नए साल में अनाज की आठ किस्में विकसित करके देश को सौंपेगा। ये किस्में आठ टन प्रति हेक्टेयर उपज देंगी। अभी देश में एक हेक्टेयर में अधिकतम साढ़े चार टन अनाज की पैदावार होती है। बीमारियों से बचाने वाली और उच्च प्रोटीन देने वाली गेहूं की किस्म एचडी 3226 पूसा यशस्वी ने अपनी श्रेष्ठता साबित की।
संस्थान द्वारा जैविक किस्म की फसलों के साथ कश्मीर के केसर को उत्तराखंड, हिमाचल और पूर्वोत्तर में उपजाया रहा है। आने वाले समय में बंजर और कम पानी वाले क्षेत्रों में ब्रोकली और शिमला मिर्च की खेती के तैयारी है। लद्दाख में भी बड़े पैमाने पर सब्जियों की विशेष किस्में उपजाई जा रही हैं।
भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान नए साल में अनाज की आठ किस्में विकसित करके देश को सौंपेगा। ये किस्में आठ टन प्रति हेक्टेयर उपज देंगी। अभी देश में एक हेक्टेयर में अधिकतम साढ़े चार टन अनाज की पैदावार होती है। बीमारियों से बचाने वाली और उच्च प्रोटीन देने वाली गेहूं की किस्म एचडी 3226 पूसा यशस्वी ने अपनी श्रेष्ठता साबित की।
संस्थान द्वारा जैविक किस्म की फसलों के साथ कश्मीर के केसर को उत्तराखंड, हिमाचल और पूर्वोत्तर में उपजाया रहा है। आने वाले समय में बंजर और कम पानी वाले क्षेत्रों में ब्रोकली और शिमला मिर्च की खेती के तैयारी है। लद्दाख में भी बड़े पैमाने पर सब्जियों की विशेष किस्में उपजाई जा रही हैं।
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