संवाद न्यूज एजेंसी, संगरूर (पंजाब)
Updated Mon, 04 Jan 2021 07:00 PM IST
किसान गुरचरण सिंह की फाइल फोटो।
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
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कृषि कानूनों खिलाफ दिल्ली बॉर्डर पर किसान आंदोलन में शामिल संगरूर के गांव बखोपीर के किसान गुरचरण सिंह की ठंड लगने से मौत हो गई। यूनियन के ब्लॉक उपाध्यक्ष गुरभजन सिंह बखोपीर ने बताया कि मृतक किसान गुरचरण सिंह (67) कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली बॉर्डर पर आंदोलन में शामिल होने गए थे।
अधिक ठंड लगने से गुरचरण सिंह की तबीयत खराब हो गई और वह रविवार को घर आ गए लेकिन रात को तबीयत अधिक बिगड़ने से उनकी मौत हो गई। सोमवार दोपहर बाद किसान गुरचरण सिंह का भाकियू डकौंदा के कार्यकर्ताओं और ग्रामीणों ने किसान एकता जिंदाबाद और गुरचरण सिंह अमर रहे के नारे के साथ अंतिम संस्कार किया। इस दौरान यूनियन के जिला अध्यक्ष गुरमीत सिंह भट्टीवाल ने सरकार से मृतक के परिवार को 10 लाख रुपये मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की मांग की है।
रविवार को तीन किसानों की हुई थी मौत
कृषि कानूनों के विरोध में धरना दे रहे तीन किसानों की रविवार को मौत हो गई थी। इनमें से दो ने कुंडली बॉर्डर और एक ने टीकरी बॉर्डर पर दम तोड़ा था। अब तक 22 किसानों की मौत हो चुकी है। इनमें कुंडली बॉर्डर पर नौ और टीकरी बॉर्डर पर 13 किसानों की मौत हुई है। कुंडली बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में शामिल होने आए दो किसानों की रविवार को मौत हो गई। वहीं एक अन्य की हालत गंभीर है। मृतकों की पहचान सोनीपत के गांव गंगाना निवासी कुलबीर सिंह व पंजाब के जिला संगरूर के गांव लिदवा निवासी शमशेर सिंह के रूप हुई है। वहीं गंगाना के ही युद्धिष्ठर को हृदयाघात के चलते पीजीआई रोहतक रेफर किया गया है।
टीकरी बार्डर पर एक और किसान की मौत
आंदोलनकारी किसानों के टीकरी-बहादुरगढ़ पड़ाव में एक 60 वर्षीय किसान आंदोलनकारी की रविवार को मौत हो गई थी। किसानों के टीकरी बार्डर-बहादुरगढ़ पड़ाव में अब तक 13 आंदोलनकारियों की मौत हो चुकी है। जिनमें नौ की मौत हृदयाघात या अन्य बीमारी से, तीन की अलग-अलग हादसे में हुई और एक आंदोलनकारी वकील ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। जींद के ईंटल कलां निवासी किसान जगबीर सिंह की रविवार को मौत हो गई थी।
कृषि कानूनों खिलाफ दिल्ली बॉर्डर पर किसान आंदोलन में शामिल संगरूर के गांव बखोपीर के किसान गुरचरण सिंह की ठंड लगने से मौत हो गई। यूनियन के ब्लॉक उपाध्यक्ष गुरभजन सिंह बखोपीर ने बताया कि मृतक किसान गुरचरण सिंह (67) कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली बॉर्डर पर आंदोलन में शामिल होने गए थे।
अधिक ठंड लगने से गुरचरण सिंह की तबीयत खराब हो गई और वह रविवार को घर आ गए लेकिन रात को तबीयत अधिक बिगड़ने से उनकी मौत हो गई। सोमवार दोपहर बाद किसान गुरचरण सिंह का भाकियू डकौंदा के कार्यकर्ताओं और ग्रामीणों ने किसान एकता जिंदाबाद और गुरचरण सिंह अमर रहे के नारे के साथ अंतिम संस्कार किया। इस दौरान यूनियन के जिला अध्यक्ष गुरमीत सिंह भट्टीवाल ने सरकार से मृतक के परिवार को 10 लाख रुपये मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की मांग की है।
रविवार को तीन किसानों की हुई थी मौत
कृषि कानूनों के विरोध में धरना दे रहे तीन किसानों की रविवार को मौत हो गई थी। इनमें से दो ने कुंडली बॉर्डर और एक ने टीकरी बॉर्डर पर दम तोड़ा था। अब तक 22 किसानों की मौत हो चुकी है। इनमें कुंडली बॉर्डर पर नौ और टीकरी बॉर्डर पर 13 किसानों की मौत हुई है। कुंडली बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में शामिल होने आए दो किसानों की रविवार को मौत हो गई। वहीं एक अन्य की हालत गंभीर है। मृतकों की पहचान सोनीपत के गांव गंगाना निवासी कुलबीर सिंह व पंजाब के जिला संगरूर के गांव लिदवा निवासी शमशेर सिंह के रूप हुई है। वहीं गंगाना के ही युद्धिष्ठर को हृदयाघात के चलते पीजीआई रोहतक रेफर किया गया है।
टीकरी बार्डर पर एक और किसान की मौत
आंदोलनकारी किसानों के टीकरी-बहादुरगढ़ पड़ाव में एक 60 वर्षीय किसान आंदोलनकारी की रविवार को मौत हो गई थी। किसानों के टीकरी बार्डर-बहादुरगढ़ पड़ाव में अब तक 13 आंदोलनकारियों की मौत हो चुकी है। जिनमें नौ की मौत हृदयाघात या अन्य बीमारी से, तीन की अलग-अलग हादसे में हुई और एक आंदोलनकारी वकील ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। जींद के ईंटल कलां निवासी किसान जगबीर सिंह की रविवार को मौत हो गई थी।
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