दरभंगा: ‘साइकिल गर्ल’ ज्योति को खास सम्मान, बनाई गईं ‘नशा मुक्ति’ अभियान की ब्रांड एंबेसडर

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, दरभंगा
Updated Sat, 16 Jan 2021 06:21 PM IST
लॉकडाउन में साइकिल से अपने पिता को लेकर दरभंगा पहुंची थीं ज्योति
– फोटो : सोशल मीडिया
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कोरोना काल में जब पूरे देश में तालाबंदी थी, उस वक्त 15 साल की ज्योति कुमारी सुर्खियों में छा गई थी। दरअसल, ज्योति अपने बीमार पिता को हरियाणा के गुरुग्राम से साइकिल पर लेकर निकली और दरभंगा पहुंच गई। ज्योति ने महज सात दिन में करीब 1200 किलोमीटर का सफर तय किया था, जिसके बाद ज्योति कुमारी देश के साथ-साथ विदेशों में भी छा गईं। अब दरभंगा की साइकिल गर्ल ज्योति को बिहार की नीतीश कुमार सरकार ने खास सम्मान दिया है। समाज कल्याण विभाग ने उन्हें नशा मुक्ति अभियान का ब्रांड एंबेसडर बनाया है।
बता दें कि पूरा बिहार ज्योति कुमारी की हिम्मत का आज भी मुरीद है। समाज कल्याण विभाग के सामाजिक सुरक्षा निदेशक दयानिधान पांडेय ने भी ज्योति की तारीफ के पुल बांधे। साथ ही, ज्योति कुमारी के मजबूत इरादे, हिम्मत और हौसले की जमकर तारीफ की। गौरतलब है कि दयानिधान पांडेय खुद पटना से दरभंगा पहुंचे। वहां उन्होंने ज्योति को नशा मुक्ति अभियान का ब्रांड एंबेसडर बनाने का एलान किया। इस दौरान उन्होंने ज्योति को पचास हजार रुपये का चेक और एक स्मार्टफोन भी सौंपा। ज्योति के साथ उनके पिता को भी सम्मानित किया गया।
सामाजिक सुरक्षा निदेशक दयानिधान पांडेय ने कहा कि बिहार के युवाओं के लिए ज्योति प्रेरणास्त्रोत हैं। लॉकडाउन के दौर में हालात बेहद विपरीत थे। उस वक्त ज्योति ने जिस तरह साहस दिखाया, उससे युवाओं को सीख लेनी चाहिए। ज्योति की हिम्मत की चर्चा देश के साथ-साथ पूरी दुनिया में भी हुई। यही वजह है कि विभाग ने इस बार रील हीरो की जगह रियल हीरो को ब्रांड एंबेसडर बनाने का फैसला किया। आज के युवाओं को ज्योति सीख लेनी चाहिए। किसी भी तरह की विपरीत परिस्थितियों में नशे का सेवन ठीक नहीं होता। यह खुद के साथ-साथ परिवार को बर्बाद कर देता है।
गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भी ज्योति की तारीफ की थी। उन्होंने कहा था कि वह ज्योति की बहादुरी से प्रभावित हुए। साथ ही, उन्होंने खेलमंत्री किरण रिजिजू से अनुरोध किया था कि अगर ज्योति साइक्लिंग करना चाहती है तो उसके प्रशिक्षण में मदद की जाए। इसके बाद केंद्रीय खेल मंत्री ने अधिकारियों से मामले का संज्ञान लेने और ज्योति का साइक्लिंग टेस्ट कराने की व्यवस्था करने को कहा।
बता दें कि ज्योति की हिम्मत के चर्चे सुनने के बाद डोनाल्ड ट्रंप की बेटी इवांका ट्रंप भी उनकी मुरीद हो गई थीं। इवांका ने ट्विटर ज्योति की हिम्मत की दाद दी थी। इवांका ने ट्विटर पर लिखा था कि 15 साल की ज्योति कुमारी साइकिल पर अपने पिता को बैठाकर सात दिनों में 1200 किलोमीटर की दूरी तय करके घर पहुंचीं। हिम्मत और प्यार की इस खूबसूरत दास्तां ने भारतीय लोगों और साइकिल महासंघ का ध्यान अपनी ओर खींचा।
कोरोना काल में जब पूरे देश में तालाबंदी थी, उस वक्त 15 साल की ज्योति कुमारी सुर्खियों में छा गई थी। दरअसल, ज्योति अपने बीमार पिता को हरियाणा के गुरुग्राम से साइकिल पर लेकर निकली और दरभंगा पहुंच गई। ज्योति ने महज सात दिन में करीब 1200 किलोमीटर का सफर तय किया था, जिसके बाद ज्योति कुमारी देश के साथ-साथ विदेशों में भी छा गईं। अब दरभंगा की साइकिल गर्ल ज्योति को बिहार की नीतीश कुमार सरकार ने खास सम्मान दिया है। समाज कल्याण विभाग ने उन्हें नशा मुक्ति अभियान का ब्रांड एंबेसडर बनाया है।
विभाग की निदेशक ने की तारीफ
बता दें कि पूरा बिहार ज्योति कुमारी की हिम्मत का आज भी मुरीद है। समाज कल्याण विभाग के सामाजिक सुरक्षा निदेशक दयानिधान पांडेय ने भी ज्योति की तारीफ के पुल बांधे। साथ ही, ज्योति कुमारी के मजबूत इरादे, हिम्मत और हौसले की जमकर तारीफ की। गौरतलब है कि दयानिधान पांडेय खुद पटना से दरभंगा पहुंचे। वहां उन्होंने ज्योति को नशा मुक्ति अभियान का ब्रांड एंबेसडर बनाने का एलान किया। इस दौरान उन्होंने ज्योति को पचास हजार रुपये का चेक और एक स्मार्टफोन भी सौंपा। ज्योति के साथ उनके पिता को भी सम्मानित किया गया।
बिहार के युवाओं की प्रेरणास्रोत हैं ज्योति
सामाजिक सुरक्षा निदेशक दयानिधान पांडेय ने कहा कि बिहार के युवाओं के लिए ज्योति प्रेरणास्त्रोत हैं। लॉकडाउन के दौर में हालात बेहद विपरीत थे। उस वक्त ज्योति ने जिस तरह साहस दिखाया, उससे युवाओं को सीख लेनी चाहिए। ज्योति की हिम्मत की चर्चा देश के साथ-साथ पूरी दुनिया में भी हुई। यही वजह है कि विभाग ने इस बार रील हीरो की जगह रियल हीरो को ब्रांड एंबेसडर बनाने का फैसला किया। आज के युवाओं को ज्योति सीख लेनी चाहिए। किसी भी तरह की विपरीत परिस्थितियों में नशे का सेवन ठीक नहीं होता। यह खुद के साथ-साथ परिवार को बर्बाद कर देता है।
केंद्रीय मंत्री ने की थी तारीफ
गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भी ज्योति की तारीफ की थी। उन्होंने कहा था कि वह ज्योति की बहादुरी से प्रभावित हुए। साथ ही, उन्होंने खेलमंत्री किरण रिजिजू से अनुरोध किया था कि अगर ज्योति साइक्लिंग करना चाहती है तो उसके प्रशिक्षण में मदद की जाए। इसके बाद केंद्रीय खेल मंत्री ने अधिकारियों से मामले का संज्ञान लेने और ज्योति का साइक्लिंग टेस्ट कराने की व्यवस्था करने को कहा।
इवांका ट्रंप भी हुई थीं मुरीद
बता दें कि ज्योति की हिम्मत के चर्चे सुनने के बाद डोनाल्ड ट्रंप की बेटी इवांका ट्रंप भी उनकी मुरीद हो गई थीं। इवांका ने ट्विटर ज्योति की हिम्मत की दाद दी थी। इवांका ने ट्विटर पर लिखा था कि 15 साल की ज्योति कुमारी साइकिल पर अपने पिता को बैठाकर सात दिनों में 1200 किलोमीटर की दूरी तय करके घर पहुंचीं। हिम्मत और प्यार की इस खूबसूरत दास्तां ने भारतीय लोगों और साइकिल महासंघ का ध्यान अपनी ओर खींचा।
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