चीन ने ली राहत की सांस, जो बाइडन से की अपील- पटरी पर लाएं द्विपक्षीय रिश्ते

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चुनयिंग ने कहा, हमारी अलग-अलग सामाजिक व्यवस्थाएं हैं, विकास के चरण हैं और ऐतिहासिक संस्कृति है। हमारे बीच मतभेद होना स्वाभाविक है। अपने संबोधन में बाइडन ने भी कहा, लोकतंत्र में असहमति और असंतोष का अधिकार होना चाहिए।
बुधवार को ट्रंप प्रशासन के समापन के साथ ही चीन ने बड़ी राहत की सांस ली और उम्मीद जताई कि बीजिंग-वाशिंगटन के रिश्तों में सबसे अधिक तनावपूर्ण समय रहने के बाद अब बर्फ पिघलेगी।
चीन के सरकारी मीडिया ने कहा कि बाइडन ने अपने पहले भाषण में मुख्य रूप से देश में एकता लाने पर जोर दिया था और ट्रंप के उलट एक बार भी चीन का नाम नहीं लिया। हालांकि, उन्होंने बिगड़े हुए संबंधों को सही करने का भी कोई संकेत नहीं दिया। ट्रंप ने अपने कार्यकाल में अमेरिका-चीन संबंधों के सभी पहलुओं पर आक्रामकता के साथ दबाव बनाकर रखा था।