US-Philippines Flag (प्रतीकात्मक तस्वीर)
– फोटो : iStock
पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर
कहीं भी, कभी भी।
*Yearly subscription for just ₹299 Limited Period Offer. HURRY UP!
दक्षिण-पूर्व एशियाई देश फिलीपींस इस महीने अमेरिका से मुलाकात कर सैन्य समझौते पर बातचीत कर सकता है। यह बातचीत चीन द्वारा दक्षिण चीन सागर में अपनी धौंस बढ़ाने के परिपेक्ष्य में महत्वपूर्ण मानी जा रही है। इसमें विजिटिंग फोर्स एग्रीमेंट (वीएफए) पर अमेरिका से मतभेद दूर किए जा सकते हैं।
वीएफए के तहत अमेरिकी सैनिक फिलीपींस में भेजे जा सकते हैं। चीन का दावा है कि सारा दक्षिण चीन सागर उसका है। यहां कई कारोबारी जलमार्ग हैं, जिन पर फिलीपींस सहित ब्रुनेई, वियतनाम, मलयेशिया, ताइवान आदि भी दावा करते हैं।
चीन ने पिछले महीने एक कानून पारित किया था, जिसके तहत उसके नौ सैनिक इस क्षेत्र में आए किसी भी विदेशी जहाज को युद्ध का खतरा करार देते हुए उस पर हमला सकते हैं। इस पर अमेरिकी मंत्री एंथनी ब्लिंकेन ने मनीला के साथ आपसी रक्षा समझौते (एमडीटी) पर जोर दिया था, उनका मानना था कि फिलीपींस पर चीन द्वारा सैन्य हमला हो सकता है, जिसमें एमडीटी के तहत अमेरिका कार्रवाई कर सकेगा। फिलीपींस के कानूनों के अनुसार विजिटिंग फोर्स एग्रीमेंट होने पर ही किसी देश से आपसी रक्षा समझौता कर सकते हैं।
दक्षिण-पूर्व एशियाई देश फिलीपींस इस महीने अमेरिका से मुलाकात कर सैन्य समझौते पर बातचीत कर सकता है। यह बातचीत चीन द्वारा दक्षिण चीन सागर में अपनी धौंस बढ़ाने के परिपेक्ष्य में महत्वपूर्ण मानी जा रही है। इसमें विजिटिंग फोर्स एग्रीमेंट (वीएफए) पर अमेरिका से मतभेद दूर किए जा सकते हैं।
वीएफए के तहत अमेरिकी सैनिक फिलीपींस में भेजे जा सकते हैं। चीन का दावा है कि सारा दक्षिण चीन सागर उसका है। यहां कई कारोबारी जलमार्ग हैं, जिन पर फिलीपींस सहित ब्रुनेई, वियतनाम, मलयेशिया, ताइवान आदि भी दावा करते हैं।
चीन ने पिछले महीने एक कानून पारित किया था, जिसके तहत उसके नौ सैनिक इस क्षेत्र में आए किसी भी विदेशी जहाज को युद्ध का खतरा करार देते हुए उस पर हमला सकते हैं। इस पर अमेरिकी मंत्री एंथनी ब्लिंकेन ने मनीला के साथ आपसी रक्षा समझौते (एमडीटी) पर जोर दिया था, उनका मानना था कि फिलीपींस पर चीन द्वारा सैन्य हमला हो सकता है, जिसमें एमडीटी के तहत अमेरिका कार्रवाई कर सकेगा। फिलीपींस के कानूनों के अनुसार विजिटिंग फोर्स एग्रीमेंट होने पर ही किसी देश से आपसी रक्षा समझौता कर सकते हैं।
Source link
Like this:
Like Loading...