प्रतीकात्मक तस्वीर
– फोटो : सोशल मीडिया
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चीन से कोरोना वैक्सीन को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। यहां अब आम लोगों को भी ‘कोरोनवैक’ वैक्सीन लगाए जाने की मंजूरी दे दी गई है। चीन में निर्मित कोविड-19 रोधी स्वदेशी टीके के व्यापक उपयोग की अनुमति मिलने से लोगों में खुशी का माहौल है।
बता दें, सिनोवैक बायोटेक लिमिटेड द्वारा बनाई गई वैक्सीन ‘कोरोनवैक’ की खुराक पहले से ही आपात स्वीकृति के अंतर्गत उच्च जोखिम वाले मरीजों और फ्रंटलाइन स्वास्थ्य कर्मियों को दी जा रही थी।राष्ट्रीय चिकित्सा उत्पाद प्रशासन ने शनिवार को जारी एक बयान में कहा कि नियामकों ने शुक्रवार को सिनोवैक बायोटेक लिमिटेड के ‘कोरोनवैक’ टीके को सार्वजनिक उपयोग के लिए सशर्त मंजूरी दे दी है। इस टीके की अब तक कम से कम 10 देशों में बिक्री की जा रही है और पांच अन्य देशों में लोगों को यह टीका लगाया जा रहा है।
बता दें, सशर्त मंजूरी का मतलब है कि अब यह वैक्सीन आम लोगों को भी लगाई जा सकती है। हालांकि, टीके को लेकर अनुसंधान अब भी जारी है। गौरतलब है कि चीन में गत जुलाई में इस टीके को आपातकालीन उपयोग की मंजूरी दी गई थी। चीन में यह दूसरा ऐसा स्वदेशी कोविड-19 टीका है, जिसे सशर्त मंजूरी दी गई है। बीजिंग ने गत दिसंबर में सरकारी कंपनी सिनोफार्मा के टीके को अनुमति दी थी।
उल्लेखनीय है कि चीन ने नेपाल को कोविड-19 टीकों की पहली खेप भेजी है। नेपाल के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने अपने नेपाली समकक्ष प्रदीप ग्यावली के साथ शुक्रवार शाम को फोन पर बात की और आश्वासन दिया कि टीका सहयोग में चीन नेपाल को प्राथमिकता देगा। इसमें बताया गया कि वांग ने घोषणा की है कि चीन अनुदान के आधार पर नेपाल को कोविड-19 टीकों की पांच लाख खुराकें देगा।
चीन की एक रिपोर्ट की मानें तो ग्यावली के साथ बातचीत में वांग ने कहा कि नेपाल को कोविड-19 टीकों की तत्काल जरूरत है। चीन नेपाल को महत्वपूर्ण मानता है और उसने सहायता के रूप में टीकों की पहली खेप उसे देने का निर्णय लिया है।
चीन से कोरोना वैक्सीन को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। यहां अब आम लोगों को भी ‘कोरोनवैक’ वैक्सीन लगाए जाने की मंजूरी दे दी गई है। चीन में निर्मित कोविड-19 रोधी स्वदेशी टीके के व्यापक उपयोग की अनुमति मिलने से लोगों में खुशी का माहौल है।
बता दें, सिनोवैक बायोटेक लिमिटेड द्वारा बनाई गई वैक्सीन ‘कोरोनवैक’ की खुराक पहले से ही आपात स्वीकृति के अंतर्गत उच्च जोखिम वाले मरीजों और फ्रंटलाइन स्वास्थ्य कर्मियों को दी जा रही थी।राष्ट्रीय चिकित्सा उत्पाद प्रशासन ने शनिवार को जारी एक बयान में कहा कि नियामकों ने शुक्रवार को सिनोवैक बायोटेक लिमिटेड के ‘कोरोनवैक’ टीके को सार्वजनिक उपयोग के लिए सशर्त मंजूरी दे दी है। इस टीके की अब तक कम से कम 10 देशों में बिक्री की जा रही है और पांच अन्य देशों में लोगों को यह टीका लगाया जा रहा है।
बता दें, सशर्त मंजूरी का मतलब है कि अब यह वैक्सीन आम लोगों को भी लगाई जा सकती है। हालांकि, टीके को लेकर अनुसंधान अब भी जारी है। गौरतलब है कि चीन में गत जुलाई में इस टीके को आपातकालीन उपयोग की मंजूरी दी गई थी। चीन में यह दूसरा ऐसा स्वदेशी कोविड-19 टीका है, जिसे सशर्त मंजूरी दी गई है। बीजिंग ने गत दिसंबर में सरकारी कंपनी सिनोफार्मा के टीके को अनुमति दी थी।
उल्लेखनीय है कि चीन ने नेपाल को कोविड-19 टीकों की पहली खेप भेजी है। नेपाल के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने अपने नेपाली समकक्ष प्रदीप ग्यावली के साथ शुक्रवार शाम को फोन पर बात की और आश्वासन दिया कि टीका सहयोग में चीन नेपाल को प्राथमिकता देगा। इसमें बताया गया कि वांग ने घोषणा की है कि चीन अनुदान के आधार पर नेपाल को कोविड-19 टीकों की पांच लाख खुराकें देगा।
चीन की एक रिपोर्ट की मानें तो ग्यावली के साथ बातचीत में वांग ने कहा कि नेपाल को कोविड-19 टीकों की तत्काल जरूरत है। चीन नेपाल को महत्वपूर्ण मानता है और उसने सहायता के रूप में टीकों की पहली खेप उसे देने का निर्णय लिया है।
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