खिचड़ी मेले परिसर का सीएम ने किया निरीक्षण
– फोटो : अमर उजाला
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गोरखनाथ मंदिर में खिचड़ी चढ़ाने की परंपरा का निर्वहन करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार की शाम साढ़े बजे के करीब गोरखपुर पहुंचे। रात्रि विश्राम के लिए गोरखनाथ मंदिर परिसर में पहुंचने के लिए सबसे पहले उन्होंने बाबा गोरखनाथ के मंदिर में पहुंच विधि-विधान से पूजा अर्चना की।
फिर अपने गुरु ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ का आशीर्वाद लिया। पूजा-अर्चना के बाद मुख्यमंत्री ने सबसे पहले पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों की बैठक ली और महोत्सव के आयोजन और खिचड़ी मेले के इंतजाम की जानकारी ली।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से सख्त लहजे में कहा कि महोत्सव में जाने वाले लोगों और मंदिर में खिचड़ी चढ़ाने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को किसी तरह की समस्या नहीं होनी चाहिए।
कोविड प्रोटोकाल के पालन के लिए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को विशेष रूप से सचेत किया। अधिकरियों के साथ बैठक करने के बाद मुख्यमंत्री ने मंदिर के व्यवस्था में लगे लोगों को बारी-बारी से बुलाया और उनकी जिम्मेदारियों के बारे में जानकारी ली।
अंत में मुख्यमंत्री व्यवस्था का जायजा लेने के मंदिर परिसर में निकले और खिचड़ी चढ़ाने के इंतजाम को बड़ी बारीकी से देखा। जहां में व्यवस्था में कमी दिखी, उसे तत्काल दूर करने का निर्देश दिए। मुख्यमंत्री मेला परिसर में भी गए और वहां का इंतजाम देखा।
मंदिर और मेला परिसर भ्रमण के दौरान वह अधिकारियों और मंदिर प्रबंधन के लोगों से कहा कि किसी भी स्थिति में श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए। भ्रमण के समय मंडलायुक्त जयंत नार्लिकर, एडीजी पुलिस दावा शेरपा, आइजी राजेश, जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पांडियन, एसएसपी जोगेंद्र कुमार, सीडीओ इंद्रजीत सिंह्र नगर आयुक्त अंजनी कुमार सिंह आदि मौजूद रहे।
गोरखनाथ मंदिर में खिचड़ी चढ़ाने की परंपरा का निर्वहन करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार की शाम साढ़े बजे के करीब गोरखपुर पहुंचे। रात्रि विश्राम के लिए गोरखनाथ मंदिर परिसर में पहुंचने के लिए सबसे पहले उन्होंने बाबा गोरखनाथ के मंदिर में पहुंच विधि-विधान से पूजा अर्चना की।
फिर अपने गुरु ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ का आशीर्वाद लिया। पूजा-अर्चना के बाद मुख्यमंत्री ने सबसे पहले पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों की बैठक ली और महोत्सव के आयोजन और खिचड़ी मेले के इंतजाम की जानकारी ली।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से सख्त लहजे में कहा कि महोत्सव में जाने वाले लोगों और मंदिर में खिचड़ी चढ़ाने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को किसी तरह की समस्या नहीं होनी चाहिए।
कोविड प्रोटोकाल के पालन के लिए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को विशेष रूप से सचेत किया। अधिकरियों के साथ बैठक करने के बाद मुख्यमंत्री ने मंदिर के व्यवस्था में लगे लोगों को बारी-बारी से बुलाया और उनकी जिम्मेदारियों के बारे में जानकारी ली।
अंत में मुख्यमंत्री व्यवस्था का जायजा लेने के मंदिर परिसर में निकले और खिचड़ी चढ़ाने के इंतजाम को बड़ी बारीकी से देखा। जहां में व्यवस्था में कमी दिखी, उसे तत्काल दूर करने का निर्देश दिए। मुख्यमंत्री मेला परिसर में भी गए और वहां का इंतजाम देखा।
मंदिर और मेला परिसर भ्रमण के दौरान वह अधिकारियों और मंदिर प्रबंधन के लोगों से कहा कि किसी भी स्थिति में श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए। भ्रमण के समय मंडलायुक्त जयंत नार्लिकर, एडीजी पुलिस दावा शेरपा, आइजी राजेश, जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पांडियन, एसएसपी जोगेंद्र कुमार, सीडीओ इंद्रजीत सिंह्र नगर आयुक्त अंजनी कुमार सिंह आदि मौजूद रहे।
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