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– फोटो : अमर उजाला
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उत्तर प्रदेश सरकार ने जिलों को तीसरे चरण के टीकाकरण के लिए तैयार रहने को कहा है। इस चरण में 50 साल से ऊपर के लोगों को टीका लगाया जाएगा। अभियान संभवतः अगले महीने शुरू होगा।
जानकारी के मुताबिक इस काम के लिए स्थानीय प्रशासन निर्वाचन नामावली की मदद लेने की योजना बना रहा है। इस काम के लिए लोग खुद भी अपना पंजीकरण करा सकते हैं।
जिन लोगों को इस चरण में टीका लगाना है उनकी सूची तैयार की जा रही है।
लेकिन अगर स्थानीय प्रशासन निर्वाचन नियमावली का सहारा लेता है तो एक बड़े वर्ग के छूट जाने की आशंका है। इसलिए कि यहां रहने वाले 20 से 30 फीसदी लोग अपने-अपने राज्य में वोटर के रूप में पंजीकृत हैं और यहां केवल नौकरी की खातिर बसे हुए हैं। ऐसे में इन लोगों का क्या होगा यह एक बड़ा सवाल है।
बताया जाता है कि गाजियाबाद में करीब 8 लाख लोग 50 साल से ऊपर के हैं। नोएडा ने 50 पार के 4.3 लाख लोगों का खाका तैयार किया है। लेकिन इनमें वो लोग भी शामिल हैं जो दूसरे राज्यों के हैं और यहां रह रहे हैं। बावजूद इसके सही आंकड़ा उपलब्ध नहीं है। अधिकारी भी इस गफलत को समझ रहे हैं और स्वीकार भी करते हैं। लिहाजा, प्रक्रिया में कुछ नए रास्ते तलाशने की दरकार है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने जिलों को तीसरे चरण के टीकाकरण के लिए तैयार रहने को कहा है। इस चरण में 50 साल से ऊपर के लोगों को टीका लगाया जाएगा। अभियान संभवतः अगले महीने शुरू होगा।
जानकारी के मुताबिक इस काम के लिए स्थानीय प्रशासन निर्वाचन नामावली की मदद लेने की योजना बना रहा है। इस काम के लिए लोग खुद भी अपना पंजीकरण करा सकते हैं।
जिन लोगों को इस चरण में टीका लगाना है उनकी सूची तैयार की जा रही है।
लेकिन अगर स्थानीय प्रशासन निर्वाचन नियमावली का सहारा लेता है तो एक बड़े वर्ग के छूट जाने की आशंका है। इसलिए कि यहां रहने वाले 20 से 30 फीसदी लोग अपने-अपने राज्य में वोटर के रूप में पंजीकृत हैं और यहां केवल नौकरी की खातिर बसे हुए हैं। ऐसे में इन लोगों का क्या होगा यह एक बड़ा सवाल है।
बताया जाता है कि गाजियाबाद में करीब 8 लाख लोग 50 साल से ऊपर के हैं। नोएडा ने 50 पार के 4.3 लाख लोगों का खाका तैयार किया है। लेकिन इनमें वो लोग भी शामिल हैं जो दूसरे राज्यों के हैं और यहां रह रहे हैं। बावजूद इसके सही आंकड़ा उपलब्ध नहीं है। अधिकारी भी इस गफलत को समझ रहे हैं और स्वीकार भी करते हैं। लिहाजा, प्रक्रिया में कुछ नए रास्ते तलाशने की दरकार है।
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