वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, लंदन
Updated Fri, 15 Jan 2021 12:40 PM IST
कुल्हाड़ी से शख्स को आधा करने वाला जादू
– फोटो : social media
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आज से ठीक 100 साल पहले जादूगर पीटी सेलबिट ने एक महिला को लंदन के फिंसबुरी पार्क एम्पायर की स्टेज पर एक डिब्बे के अंदर डाला और महिला के आधे हिस्से को कुल्हाड़ी से काटकर महिला को जिंदा दिखाकर जादू की दुनिया में नया परचम लहराया। अब, 100 साल बाद दुनियाभर के जादूगर इस हफ्ते एक साथ ऑनलाइन माध्यम से जुड़ेंगे और उस ऐतिहासिक प्रदर्शन की शताब्दी का समारोह बनाएंगे।
जादूगर और इतिहासकार माइक कैवेने, जो जादू पर किताब लिखते हैं, का कहना है कि मेरी राय में यह प्रदर्शन सबसे प्रभावशाली और सबसे ज्यादा प्रसिद्ध भ्रम बन गया। इसमें सबसे दिलचस्प बात यह है कि जादूगर इस चाल को एक निर्जीव वस्तु के साथ नहीं कर रहा था बल्कि एक जिंदा शख्स के साथ कर रहा था, जिससे जादू की दुनिया में एक स्तर और बढ़ गया।
इस जादू के वास्तविक वर्जन में कुल्हाड़ी महिला के आर-पार निकल जाती है लेकिन जब डिब्बा खुलता है तो शख्स बिना किसी चोट के बाहर निकल कर आता है। कई सालों बाद जादूगर ने इस जादू में संशोधन किया, जिसमें दोनों हिस्सों को अलग खींच लिया। सेलिब्रिटी जादूगर डेविड कॉपरफील्ड अपने नए वर्जन के साथ आए। उन्होंने इसे नाम दिया दी डेथ शॉ। इसमें जादूगर नीचे बंधा हुआ लेटा है और एक ब्लेड उनको दो हिस्सों में काट रहा है।
कॉपरफील्ड ने संडे की ओर से आयोजित इस ऑनलाइन कार्यक्रम के लिए एक इंटरव्यू दिया और उसमें कहा कि कई बार ऐसा होता था कि जादूगर सच में घायल होते थे। कॉपरफील्ड ने कहा कि मैं कई बार उस ब्लेड की वजह से चोटिल हुआ हूं। आप जानते होंगे कि अगर थिएटर में स्टेज अलग-अलग होते हैं।
लंदन आधारित जादू सर्किल सोशल मीडिया के जरिए इस ऐतिहासिक जादू को दोबारा लाइव करेंगे, इसके लिए उन्होंने एक ऑनलाइन कार्यक्रम का भी आयोजन किया है।
आज से ठीक 100 साल पहले जादूगर पीटी सेलबिट ने एक महिला को लंदन के फिंसबुरी पार्क एम्पायर की स्टेज पर एक डिब्बे के अंदर डाला और महिला के आधे हिस्से को कुल्हाड़ी से काटकर महिला को जिंदा दिखाकर जादू की दुनिया में नया परचम लहराया। अब, 100 साल बाद दुनियाभर के जादूगर इस हफ्ते एक साथ ऑनलाइन माध्यम से जुड़ेंगे और उस ऐतिहासिक प्रदर्शन की शताब्दी का समारोह बनाएंगे।
जादूगर और इतिहासकार माइक कैवेने, जो जादू पर किताब लिखते हैं, का कहना है कि मेरी राय में यह प्रदर्शन सबसे प्रभावशाली और सबसे ज्यादा प्रसिद्ध भ्रम बन गया। इसमें सबसे दिलचस्प बात यह है कि जादूगर इस चाल को एक निर्जीव वस्तु के साथ नहीं कर रहा था बल्कि एक जिंदा शख्स के साथ कर रहा था, जिससे जादू की दुनिया में एक स्तर और बढ़ गया।
इस जादू के वास्तविक वर्जन में कुल्हाड़ी महिला के आर-पार निकल जाती है लेकिन जब डिब्बा खुलता है तो शख्स बिना किसी चोट के बाहर निकल कर आता है। कई सालों बाद जादूगर ने इस जादू में संशोधन किया, जिसमें दोनों हिस्सों को अलग खींच लिया। सेलिब्रिटी जादूगर डेविड कॉपरफील्ड अपने नए वर्जन के साथ आए। उन्होंने इसे नाम दिया दी डेथ शॉ। इसमें जादूगर नीचे बंधा हुआ लेटा है और एक ब्लेड उनको दो हिस्सों में काट रहा है।
कॉपरफील्ड ने संडे की ओर से आयोजित इस ऑनलाइन कार्यक्रम के लिए एक इंटरव्यू दिया और उसमें कहा कि कई बार ऐसा होता था कि जादूगर सच में घायल होते थे। कॉपरफील्ड ने कहा कि मैं कई बार उस ब्लेड की वजह से चोटिल हुआ हूं। आप जानते होंगे कि अगर थिएटर में स्टेज अलग-अलग होते हैं।
लंदन आधारित जादू सर्किल सोशल मीडिया के जरिए इस ऐतिहासिक जादू को दोबारा लाइव करेंगे, इसके लिए उन्होंने एक ऑनलाइन कार्यक्रम का भी आयोजन किया है।
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