मृतक किसान की फाइल फोटो।
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर
कहीं भी, कभी भी।
*Yearly subscription for just ₹299 Limited Period Offer. HURRY UP!
टीकरी बॉर्डर पर एक 60 वर्षीय किसान आंदोलनकारी की मौत हो गई। किसानों के टीकरी बॉर्डर-बहादुरगढ़ पड़ाव में अब तक 14 आंदोलनकारियों की मौत हो चुकी है। जिनमें 10 की मौत हृदयाघात या अन्य बीमारी से तो वहीं तीन की अलग-अलग हादसे में हुई और एक आंदोलनकारी वकील ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली।
जींद के ईंटल कलां निवासी किसान जगबीर पुत्र हवा सिंह सेक्टर-9 मोड़ के निकट ट्रैक्टर-ट्राली में अपने साथियों के साथ ठहरे थे। दिन में टीकरी बार्डर पर किसानों की मुख्य सभा में शामिल होत थे। कुछ समय दूसरे किसानों को जागरूक करने में भी लगाते थे। शनिवार की रात वह अन्य दिनों की तरह आराम से सोए। सुबह देर तक नहीं उठे तो साथियों ने आवाज लगाई।
जवाब न मिलने पर साथी किसानों ने जगबीर को हिलाया। हालत गंभीर होने पर साथी किसान उन्हें बहादुरगढ़ के नागरिक अस्पताल ले गए। यहां पहुंचने पर जांच कर डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। जिला के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजय दहिया के अनुसार किसान को जब अस्पताल लाया गया तो वह मृत अवस्था में थे।
अस्पताल से सूचना मिलने पर पुलिस ने आवश्यक कार्रवाई शुरू कर दी है। सूचना मिलने पर मृतक के परिजन भी पहुंच गए। पुलिस अधीक्षक राजेश दुग्गल के अनुसार, पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा।
टीकरी बॉर्डर व बहादुरगढ़ में अब तक 14 आंदोलनकरियों की मौत हो चुकी है। इनमें से 10 की मौत हार्ट अटैक और बीमारी से हुई तो वहीं तीन की विभिन्न दुर्घटनाओं में हुई। एक आंदोलकारी वकील ने जहर खाकर खुदकुशी कर ली थी।
1. 28 नवंबर को बहादुरगढ़ बाईपास पर पंजाब के जिला बरनाला के गांव धनवाला मंडी निवासी ट्रैक्टर मिस्त्री जनकराज की जान गई। (कार में आग लगने से जले)
2. 29 नवंबर की रात पंजाब के जिला लुधियाना के गांव खटरा भगवानपुरा के किसान गज्जन सिंह की अचानक मौत। (हार्ट से हुई मौत)
3. 01 दिसंबर की रात पंजाब के मानसा जिला के बचुआना गांव निवासी गुजरंट सिंह की जान गई। (रात को हुआ अचानक पेट व छाती में दर्द)
4. 03 दिसंबर को तलवंडी जिला बठिंडा निवासी लखबीर सिंह की जान गई। (हृदयाघात का अनुमान)
5. 08 दिसंबर पंजाब के जिला मोगा के निहाल सिंह वाला क्षेत्र के किसान मेवा सिंह की जान गई। (सड़क हादसे में मौत)
6. 10 दिसंबर को पंजाब के जिला संगरूर के कस्बा धुरी निवासी किसान कृष्ण लाल की जान गई (हार्ट से हुई मौत)
7. 17 दिसंबर को पंजाब के जिला बठिंडा के गांव टुंगावाली के किसान जय सिंह की जान गई। (हार्ट से हुई मौत)
8. 11 दिसंबर को बीमार हुए हरियाणा के जींद के किसान देवेंद्र सिंह की पीजीआई रोहतक में मौत। (बीमारी से निधन)
9. 26 दिसंबर को पंजाब के जिला गुरदासपुर निवासी अमरीक सिंह का हार्ट अटैक से निधन।
10. 27 दिसंबर को पंजाब के जिला फाजिल्का की जलालाबाद बार एसोसिएशन के सदस्य वकील अमरजीत सिंह ने जहर खाकर की आत्महत्या
11. 30 दिसंबर को पंजाब के मानसा जिले के गांव बाघड़ा के रहने वाले जगशेर की सड़क हादसे में मौत
12. 31 दिसंबर को कैथल जिले के गांव भाणा के किसान रामकुमार की दिमाग की नस फटने से मौत हो गई।
13. 02 जनवरी बठिंडा के जसप्रीत (18) की अचानक तबीयत खराब होने से रोहतक पीजीआई में मौत
14. 03 जनवरी 2020 को जींद जिले के गांव ईटल कलां के जगबीर की मौत। (हृदयाघात का अनुमान)
टीकरी बॉर्डर पर एक 60 वर्षीय किसान आंदोलनकारी की मौत हो गई। किसानों के टीकरी बॉर्डर-बहादुरगढ़ पड़ाव में अब तक 14 आंदोलनकारियों की मौत हो चुकी है। जिनमें 10 की मौत हृदयाघात या अन्य बीमारी से तो वहीं तीन की अलग-अलग हादसे में हुई और एक आंदोलनकारी वकील ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली।
जींद के ईंटल कलां निवासी किसान जगबीर पुत्र हवा सिंह सेक्टर-9 मोड़ के निकट ट्रैक्टर-ट्राली में अपने साथियों के साथ ठहरे थे। दिन में टीकरी बार्डर पर किसानों की मुख्य सभा में शामिल होत थे। कुछ समय दूसरे किसानों को जागरूक करने में भी लगाते थे। शनिवार की रात वह अन्य दिनों की तरह आराम से सोए। सुबह देर तक नहीं उठे तो साथियों ने आवाज लगाई।
जवाब न मिलने पर साथी किसानों ने जगबीर को हिलाया। हालत गंभीर होने पर साथी किसान उन्हें बहादुरगढ़ के नागरिक अस्पताल ले गए। यहां पहुंचने पर जांच कर डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। जिला के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजय दहिया के अनुसार किसान को जब अस्पताल लाया गया तो वह मृत अवस्था में थे।
अस्पताल से सूचना मिलने पर पुलिस ने आवश्यक कार्रवाई शुरू कर दी है। सूचना मिलने पर मृतक के परिजन भी पहुंच गए। पुलिस अधीक्षक राजेश दुग्गल के अनुसार, पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा।
टीकरी बॉर्डर व बहादुरगढ़ में अब तक 14 आंदोलनकरियों की मौत हो चुकी है। इनमें से 10 की मौत हार्ट अटैक और बीमारी से हुई तो वहीं तीन की विभिन्न दुर्घटनाओं में हुई। एक आंदोलकारी वकील ने जहर खाकर खुदकुशी कर ली थी।
1. 28 नवंबर को बहादुरगढ़ बाईपास पर पंजाब के जिला बरनाला के गांव धनवाला मंडी निवासी ट्रैक्टर मिस्त्री जनकराज की जान गई। (कार में आग लगने से जले)
2. 29 नवंबर की रात पंजाब के जिला लुधियाना के गांव खटरा भगवानपुरा के किसान गज्जन सिंह की अचानक मौत। (हार्ट से हुई मौत)
3. 01 दिसंबर की रात पंजाब के मानसा जिला के बचुआना गांव निवासी गुजरंट सिंह की जान गई। (रात को हुआ अचानक पेट व छाती में दर्द)
4. 03 दिसंबर को तलवंडी जिला बठिंडा निवासी लखबीर सिंह की जान गई। (हृदयाघात का अनुमान)
5. 08 दिसंबर पंजाब के जिला मोगा के निहाल सिंह वाला क्षेत्र के किसान मेवा सिंह की जान गई। (सड़क हादसे में मौत)
6. 10 दिसंबर को पंजाब के जिला संगरूर के कस्बा धुरी निवासी किसान कृष्ण लाल की जान गई (हार्ट से हुई मौत)
7. 17 दिसंबर को पंजाब के जिला बठिंडा के गांव टुंगावाली के किसान जय सिंह की जान गई। (हार्ट से हुई मौत)
8. 11 दिसंबर को बीमार हुए हरियाणा के जींद के किसान देवेंद्र सिंह की पीजीआई रोहतक में मौत। (बीमारी से निधन)
9. 26 दिसंबर को पंजाब के जिला गुरदासपुर निवासी अमरीक सिंह का हार्ट अटैक से निधन।
10. 27 दिसंबर को पंजाब के जिला फाजिल्का की जलालाबाद बार एसोसिएशन के सदस्य वकील अमरजीत सिंह ने जहर खाकर की आत्महत्या
11. 30 दिसंबर को पंजाब के मानसा जिले के गांव बाघड़ा के रहने वाले जगशेर की सड़क हादसे में मौत
12. 31 दिसंबर को कैथल जिले के गांव भाणा के किसान रामकुमार की दिमाग की नस फटने से मौत हो गई।
13. 02 जनवरी बठिंडा के जसप्रीत (18) की अचानक तबीयत खराब होने से रोहतक पीजीआई में मौत
14. 03 जनवरी 2020 को जींद जिले के गांव ईटल कलां के जगबीर की मौत। (हृदयाघात का अनुमान)
Source link Like this:
Like Loading...