एयर एशिया इंडिया में अतिरिक्त हिस्सेदारी खरीदेगी टाटा संस, 3.76 करोड़ डॉलर में हुआ सौदा

बिजनेस डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Updated Wed, 30 Dec 2020 12:29 PM IST
पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर
कहीं भी, कभी भी।
*Yearly subscription for just ₹299 Limited Period Offer. HURRY UP!
ख़बर सुनें
मलयेशिया की एयर एशिया की पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी एएआईएल की बंगलूरू की कंपनी एयर एशिया इंडिया में 49 फीसदी हिस्सेदारी है। कुछ सप्ताह पहले ही मलयेशिया के एयरलाइन समूह ने कहा था कि वह किफायती सेवा कपंनी एयर एशिया इंडिया में अपने निवेश की समीक्षा कर रहा है। उसने कहा था कि एयर एशिया इंडिया की ‘नकदी सूख’ रही है और इससे वित्तीय दबाव बढ़ रहा है।
मनमोहन सिंह सरकार ने दी थी निवेश की अनुमति
मलयेशिया के एयरलाइन समूह ने टाटा संस के साथ 2013 में हाथ मिलाया था और बजट विमानन कंपनी एयर एशिया इंडिया का गठन किया था। तत्कालीन मनमोहन सिंह सरकार ने उस समय विदेशी एयरलाइंस को भारतीय विमानन कंपनियों में 49 फीसदी तक निवेश करने की अनुमति दी थी। उसके बाद एयर एशिया ने घरेलू मार्गों पर अपना परिचालन शुरू किया था। बंगलूरू मुख्यालय वाली एरलाइन देश में अपनी सेवाएं शुरू करने के सात साल बाद भी सिर्फ घरेलू उड़ानों तक सीमित है।
टाटा संस ने 3,76,60,000 डॉलर में किया अधिग्रहण
स्टॉक एक्सचेंज बुर्सा मलयेशिया को भेजी सूचना में एयर एशिया ने कहा कि, ‘एयर एशिया के निदेशक मंडल ने घोषणा की है उसकी पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी एएआईएल और टाटा संस प्राइवेट लिमिटेड ने 29 दिसंबर को शेयर खरीद करार किया है।’ इस करार के तहत एयर एशिया इंडिया में 32.67 फीसदी इक्विटी हिस्सेदारी का अधिग्रहण टाटा संस 3,76,60,000 डॉलर में करेगी।
19 गंतव्यों पर परिचालन करती है कंपनी
एयर एशिया इंडिया भारत में 33 एयरबस ए320 विमानों के जरिए 19 गंतव्यों पर परिचालन करती है। इनमें से तीन ए320 नियो विमान हैं। कोरोना वायरस महामारी का विमानन क्षेत्र पर काफी बुरा असर पड़ा है। इसी दौरान एयर एशिया इंडिया का नुकसान अप्रैल-जून 2020 में बढ़कर 332 करोड़ रुपये तक पहुंच गया जो कि एक साल पहले इसी अवधि में 15.11 करोड़ रुपये पर था।
Source link