एयर इंडिया की महिला पायलटों ने रचा इतिहास, नॉर्थ पोल से उड़ान भरकर 16,000 किमी की दूरी तय की

दिल्ली की जोया अग्रवाल ने किया दल का नेतृत्व, बोइंग 777 उड़ाने वाली सबसे युवा पायलट हैं
एयर इंडिया के दिल्ली बेस पर तैनात कैप्टन जोया अग्रवाल ने सैन फ्रांसिस्को से बंगलूरू आने वाले इस दल का नेतृत्व किया। इस उड़ान में चालक दल के साथ पूरे क्रू में भी सिर्फ महिलाएं हैं।
एयर इंडिया से मिली जानकारी के मुताबिक शनिवार रात 8:30 बजे उड़ान भरने वाला यह विमान सोमवार तड़के 3:45 बजे बंगलूरू पहुंचा। इस उड़ान पर जोया के साथ कैप्टन तनमई पपागिरी, कैप्टन आकांक्षा सोनावने और कैप्टन शिवानी मन्हास हैं। जोया ने उड़ान से पहले कहा, यह शानदार सपने सच होने जैसा है।
Today, we created world history by not only flying over the North Pole but also by having all women pilots who successfully did it. We are extremely happy and proud to be part of it. This route has saved 10 tonnes of fuel: Captain Zoya Aggarwal at Bengaluru airport https://t.co/wRyNNKC4GJ pic.twitter.com/q8jZgB6HBt
— ANI (@ANI) January 10, 2021
बंगलूरू हवाई अड्डे पर लैंड करने के बाद विमान की कैप्टन जोया अग्रवाल ने कहा कि आज हमने ना सिर्फ नॉर्थ पोल पर उड़ान भरकर इतिहास रचा है बल्कि केवल महिला पायलटों द्वारा इसे सफलतापूर्वक करके एक विश्व इतिहास रचा है। हम इसका हिस्सा बनकर बेहद खुश और गर्व महसूस कर रहे हैं। इस मार्ग ने 10 टन ईंधन बचाया है।
वहीं एक दूसरी पायलट शिवानी मन्हास का कहना है कि यह एक रोमांचक अनुभव था। ऐसा पहली कभी नहीं किया है, और हमें सैंन फ्रांसिस्को से बंगलूरू आने में 17 घंटे का सफर किया। बता दें सैन फ्रांसिस्को से उड़ान भरने के बाद इस विमान की जानकारी एयर इंडिया अपने ट्विटर हैंडल से लगातार दे रहा था।
It was an exciting experience since it was never done before. It took almost 17 hours to reach here: Shivani Manhas, one of the four pilots who operated Air India’s inaugural San Francisco-Bengaluru flight pic.twitter.com/4L8mMFchbX
— ANI (@ANI) January 11, 2021
हर पायलट इसके लिए जीतोड़ मेहनत करता है, लेकिन मौका मिलना मुश्किल होता है। एयर इंडिया और उड्डयन मंत्रालय ने मुझे यह मौका देकर बड़ी जिम्मेदारी दी है। जोया दुनिया के सबसे लंबे हवाई रूट पर चालक दल का नेतृत्व करने वाली एयर इंडिया की पहली महिला कमांडर बन गई हैं। एयर इंडिया के पायलट पहले भी इस रूट पर चल चुके हैं लेकिन पहली बार पूरा चालक दल महिलाओं का है।
जिंदगी में जुड़ेगा कीर्तिमान
यह सोचकर सातवें आसमान पर पहुंच जाती हूं कि मैं उत्तरी ध्रुव के ऊपर से सबसे बड़े हवाई सफर पर विमान उड़ा रही हूं। जब हम उत्तरी ध्रुव के ऊपर से गुजरेंगे तो कैंपस की सुइयां 180 डिग्री पर घूम जाएंगी और हमारे जिंदगी में नया कीर्तिमान जुड़ जाएगा – कैप्टन जोया अग्रवाल, पायलट
2013 में उड़ाया था बोइंग 777
जोया 2013 में बोइंग 777 उड़ाने वाली दुनिया की सबसे युवा महिला पायलट बनीं थीं। अब यह नया कीर्तिमान उनकी दूसरी बड़ी उपलब्धि होगी।
पोलर रूट चुनौतियों से भरा
एयर इंडिया के अधिकारी ने बताया कि उत्तरी ध्रुव के ऊपर से होकर गुजरने वाला पोलर रूट चुनौतियों से भरा है। विमानन कंपनियां इस पर अपने सबसे कुशल और अनुभवी पायलट को ही भेजती हैं। एयर इंडिया ने इस बार यह जिम्मेदारी बेटियों को सौंपी है।
बेटियों को सलाम
पेशेवर आत्मविश्वास से भरी नारी शक्ति इतिहास रच रही है। ये इनकी मंजिल नहीं हमारी बेटियों को अभी और आगे जाना है। हमारी बेटियां यूं ही देश का गौरव बढ़ाती रहेंगी – हरदीप सिंह पुरी, केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री
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