आतंक का गढ़ बने पाक पर मंडरा रहा एफएटीएफ की काली सूची का खतरा

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ग्रीक सिटी टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक इमरान खान सरकार के लिए जमात उद दावा और जैश ए मोहम्मद जैसे आतंकी संगठन गले की फांस बन गए हैं। ये संगठन अब भी पाकिस्तानी जमीन पर सक्रिय हैं और एफएटीएफ की नजर इनकी हर गतिविधि पर है।
इसके लिए एफएटीएफ अपनी अगले महीने की रिपोर्ट में पाकिस्तान को काली सूची में डाल सकता है। अभी पाकिस्तान ग्रे सूची में है और उसे 2018 से कई बार अपने यहां आतंकवाद पर अंकुश लगाने और आतंकी फंडिंग बंद करने की चेतावनी मिल चुकी है।
एफएटीएफ के प्रेजिडेंट मारकस प्लेयर ने पिछले साल अक्तूबर में पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए आतंक पर कार्रवाई में बेहद गंभीर कमियों की ओर संकेत किया था।
एफएटीएफ ने पाकिस्तान को फरवरी तक वक्त दिया था लेकिन इस बीच पाकिस्तान की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए। रिपोर्ट के मुताबिक मौजूदा स्थिति के हिसाब से पाकिस्तान के काली सूची में जाने के आसार बहुत अधिक हैं।