आज किसानों की ट्रैक्टर रैली, देश की निगाहें राजधानी पर, चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा

मोर्चा के नेता के दर्शन पाल ने सोमवार को एक और एलान करते हुए कहा, हम एक फरवरी को बजट के दिन अलग-अलग स्थानों से संसद की ओर पैदल मार्च करेंगे। प्रदर्शन कर रहे किसान तीनों कृषि कानूनों की वापसी के अपने रुख पर कायम हैं और जब तक यह मांग पूरी नहीं होती, आंदोलन जारी रहेगा। हर मार्च या प्रदर्शन शांतिपूर्ण होगा। ट्रैक्टर परेड के लिए आने वाले किसान वापस नहीं जाएंगे और प्रदर्शनों में शामिल होंगे।
वहीं, राजधानी के तीन सीमावर्ती इलाकों से निकाली जाने वाली किसानों की ट्रैक्टर परेड की वजह से कई जगहों पर ट्रैफिक प्रभावित होने की आशंका को देखते हुए दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने सोमवार को अलग से एक ट्रैफिक एडवाइजरी जारी करते हुए लोगों को आगाह किया है कि वे ट्रैक्टर परेड के रूट के आसपास से न गुजरें, अन्यथा दिक्कत हो सकती है। सूत्रों के मुताबिक, सोमवार सुबह तक टीकरी, सिंघु और गाजीपुर बॉर्डर पर करीब 30 हजार ट्रैक्टर पहुंच चुके हैं, जबकि यूनियनों ने दावा किया है कि सिंघु, टीकरी और गाजीपुर बॉर्डर से करीब दो लाख ट्रैक्टर परेड के लिए शहर में प्रवेश करेंगे।
इन मार्गों पर पुलिस ने दी परेड की मंजूरी
सिंघु बॉर्डर: संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर, डीटीयू, शाहाबाद डेयरी, बरवाला गांव, पूथ खुर्द, कंझावला, टी प्वाइंट, बवाना टी प्वाइंट, कंझावला चौक, कुतुबगढ़, औचंदी बॉर्डर, खरखोदा टोल प्लाजा।
टीकरी बॉर्डर: नांगलोई, बपरोला, नजफगढ़, फिरनी रोड, झरोडा बॉर्डर, रोहतक बाइपास (बहादुरगढ़), असोदा टोल प्लाजा।
गाजीपुर बॉर्डर: आईएसबीटी आनंद विहार, अप्सरा बॉर्डर, हापुड़ रोड, भोपुरा, आईएमएस कॉलेज, लालकुआं, गाजीपुर बॉर्डर।
कुछ लोग गड़बड़ी करना चाहते हैं, ऐसे लोगों पर एक्शन लेंगे: पुलिस
ट्रैक्टर परेड को लेकर दिल्ली पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने कहा, किसान नेताओं से बातचीत के बाद ट्रैक्टर रैली के तीन रूटों पर सहमति बनी है। कुछ लोग परेड की आड़ में गड़बड़ी करना चाहते हैं। ऐसे लोगों पर हमारी नजर है। तय रूट के नियम तोड़ने पर पुलिस कार्रवाई करेगी।
6000 अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी तैनात, शॉर्प शूटर व स्नाइपर भी रखेंगे नजर
गणतंत्र दिवस समारोह के लिए छह हजार अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। संवेदनशील जगहों पर संदिग्धों की पहचान के लिए चेहरा पहचान प्रणाली भी स्थापित की गई है। राजघाट पर तैनात कर्मी पीपीई किट, मास्क और फेसशील्ड से लैस होंगे। राजपथ से आठ किमी लंबे परेड के रूट पर नजर रखने के लिए ऊंची इमारतों पर शॉर्प शूटरों और स्नाइपरों की तैनाती की गई है। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पांच स्तरीय सुरक्षा के इंतजाम हैं। समारोह में हिस्सा लेने के लिए सिर्फ 25,000 लोगों को ही मंजूरी दी गई है।
किसानों की तैयारी, झांकी निकालेंगे
वहीं, किसानों ने अपनी ट्रैक्टर परेड के लिए कमर कस ली है। किसानों ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर झांकी भी निकालेंगे, जिसकी अगुवाई एक ट्रॉली में रखे गए सिखों के पवित्र धर्मग्रंथ गुरु ग्रंथ साहिब करेंगे। पूरा वाहन फूलों और शहीद बाबा दीप सिंह, बाबा बंदा बहादुर और गुरु तेग बहादुर के पोस्टरों से सजा होगा। अखिल भारतीय किसान सभा (पंजाब) के सहायक सचिव कश्मीर सिंह ने कहा, सरकार ने किसानों को तीन रूटों की मंजूरी दी है, जो पूरी तरह से शांतिपूर्ण होगी। वहीं, जय किसान आंदोलन (स्वराज अभियान) के प्रवक्ता ने कहा, ट्रैक्टर मार्च सुबह 11:30 बजे से शुरू होगा और यह करीब 10-12 घंटे तक होने की उम्मीद है। संयुक्त किसान मोर्चा के दर्शन पाल ने कहा, हमारी परेड में वाहनों की संख्या और समय की कोई पाबंदी नहीं है।
दावा, 500 महिलाएं चलाएंगी ट्रैक्टर
किसान गणतंत्र परेड में सैकड़ों महिलाएं भी हिस्सा लेंगी। सामाजिक कार्यकर्ता जेबा खान ने दावा किया है कि करीब 500 महिलाएं ट्रैक्टर चलाएंगी। उन्होंने कहा, देश की आजादी के आंदोलन में भी महिलाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। यह रैली भी स्वतंत्रता आंदोलन से कम नहीं होगी।