घर पर चलता बुलडोजर।
– फोटो : अमर उजाला
पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर
कहीं भी, कभी भी।
*Yearly subscription for just ₹299 Limited Period Offer. HURRY UP!
प्रदेश के टाप-10 माफिया सूची में शामिल ध्रुव सिंह कुंटू की पिछले दिनों एक करोड़ की संपत्ति पुलिस ने जब्त की थी। इसमें आजमगढ़ जिले के जीयनपुर नगर पंचायत स्थित मकान भी शामिल था। नगर पंचायत की ओर से इस मकान को गिराने के लिए नोटिस चस्पा किया गया था। इस बीच मकान के तीन और हिस्सेदार निकल आए थे। उन्होंने इस पर आपत्ति जता दी थी।
मामले में ऐसा पेंच फंसा कि ईओ ने मकान गिराने से हाथ खड़े कर दिए थे। किरकिरी से नाराज डीएम ने ईओ के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के लिए शासन से संतुति की थी। इसे साथ ही एडीए (आजमगढ़ विकास प्राधिकरण) से नक्शे की जांच कराई थी। मकान का निर्माण नक्शे के विपरीत पाया गया था। स्थिति स्पष्ट होने के बाद गुरुवार को प्रशानिक अमला जीयनपुर पहुंचा और मकान गिराने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। इस दौरान डीएम और एसपी भी मौजूद रहे।
कोरोना काल के दौरान ही पुलिस ने प्रदेश की टॉप-10 सूची में शामिल कुख्यात ध्रुव कुमार सिंह कुंटू की लगभग एक करोड़ की संपत्ति को जब्त किया था। इसमें जीयनपुर नगर पंचायत में आजमगढ़-गोरखपुर मार्ग के पूरब पटरी पर कुंटू सिंह की पत्नी के नाम 52 लाख से ज्यादा के 117 वर्ग मीटर में बने तीन मंजिला मकान और अजमतगढ़ रोड पर 59.13 वर्ग मीटर बने चार लाख से ज्यादा के मकान को भी जब्त दिखाया गया था।
उन मकानों के जब्त होने के बाद नजर पंचायत जीयनपुर ने इन्हें गिराने के लिए पांच नवंबर को नोटिस चस्पा कर दिया था। आरोप था कि ध्रुव कुमार सिंह कुंटू और उनकी पत्नी वंदना सिंह के नाम से कोई नक्शा ही पास नहीं कराया गया था। 15 दिन बाद मकान के ध्वस्तीकरण को नोटिस चस्पा की गई थी।
नोटिस के बाद सामने आ गए तीन और हिस्सेदार नजर पंचायत की ओर से मकान पर नोटिस चस्पा करते ही इसमें तीन और हिस्सेदार सामने आ गए थे। सलीम पुत्र कलीम, रईस पुत्र स्व. नसीम, मो. आजम पुत्र अलीम ने पालिका और जिला प्रशासन को बताया कि हम तीनों पट्टीदार हैं। हमने अपना हिस्सा किसी को नहीं बेचा है। हमारे एक पट्टीदार वसीम ने सिर्फ एक चौथाई हिस्सा वंदना सिंह को बेचा है। साथ ही पूरे मकान का नक्शा वर्ष 2001 में ही स्वीकृत है। इसके साथ ही प्रभावित पार्टी हाईकोर्ट भी चली गई। हालांकि हाईकोर्ट ने सक्षम अपीलीय अधिकारी के यहां अपील करने का आदेश देते हुए इसे खारिज कर दिया।
किरकिरी के बाद की गई कार्रवाई की संतुति
जिस मकान को ईओ जीयनपुर अखिलेश कुमार ने बिना नक्शा पास हुए बना दिखाते हुए नोटिस चस्पा की बाद में उसी मकान नक्शा पास बताते हुए गिरने से हाथ खड़े कर दिए। इसके साथ ही नोटिस के सापेक्ष जो प्रत्यावेदन दाखिल हुए थे उसका निस्तारण किए बिना गायब भी हो गए।
जबकि विकास प्राधिकरण की ओर से वर्ष 2001 में पास हुए नक्शे सापेक्ष निर्माण में कई चीजे गलत बताई गई थी। नक्शे के विपरीत बेसमेंट और कुछ बढ़कर निर्माण कराया गया था। इससे नाराज जिलाधिकारी ने लापरवाह ईओ के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के लिए संतुति शासन से की थी।
कार्रवाई के समय डीएम और एसपी रहे मौजूद
मकान के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई के समय प्रशासनिक और पुलिस अमले के साथ डीएम राजेश कुमार के साथ ही एसपी सुधीर कुमार सिंह भी मौजूद रहे। मातहतों को निर्देश देते रहे। एसपी ग्रामीण सिद्धार्थ, सीओ सगड़ी के साथ एक दर्जन इंस्पेक्टर, एसडीएम सगड़ी अरविंद कुमार सिंह, तहसीलदार बृजेंद्र उपाध्याय सहित सैकड़ों पुलिसकर्मी और पीएसी तैनात की गई थी। मकान तोड़ने की कार्रवाई 1.50 बजे शुरू की गई। इस दौरान आजमगढ़-गोरखपुर मार्ग को रजादेपुर अंजान सहिद से डायवर्ट किया गया था। पांच जेसीबी मशीनें लगाई गई है। मकान का 200 मीटर का एरिया छावनी में तब्दील है।
प्रदेश के टाप-10 माफिया सूची में शामिल ध्रुव सिंह कुंटू की पिछले दिनों एक करोड़ की संपत्ति पुलिस ने जब्त की थी। इसमें आजमगढ़ जिले के जीयनपुर नगर पंचायत स्थित मकान भी शामिल था। नगर पंचायत की ओर से इस मकान को गिराने के लिए नोटिस चस्पा किया गया था। इस बीच मकान के तीन और हिस्सेदार निकल आए थे। उन्होंने इस पर आपत्ति जता दी थी।
मामले में ऐसा पेंच फंसा कि ईओ ने मकान गिराने से हाथ खड़े कर दिए थे। किरकिरी से नाराज डीएम ने ईओ के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के लिए शासन से संतुति की थी। इसे साथ ही एडीए (आजमगढ़ विकास प्राधिकरण) से नक्शे की जांच कराई थी। मकान का निर्माण नक्शे के विपरीत पाया गया था। स्थिति स्पष्ट होने के बाद गुरुवार को प्रशानिक अमला जीयनपुर पहुंचा और मकान गिराने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। इस दौरान डीएम और एसपी भी मौजूद रहे।
कोरोना काल के दौरान ही पुलिस ने प्रदेश की टॉप-10 सूची में शामिल कुख्यात ध्रुव कुमार सिंह कुंटू की लगभग एक करोड़ की संपत्ति को जब्त किया था। इसमें जीयनपुर नगर पंचायत में आजमगढ़-गोरखपुर मार्ग के पूरब पटरी पर कुंटू सिंह की पत्नी के नाम 52 लाख से ज्यादा के 117 वर्ग मीटर में बने तीन मंजिला मकान और अजमतगढ़ रोड पर 59.13 वर्ग मीटर बने चार लाख से ज्यादा के मकान को भी जब्त दिखाया गया था।
उन मकानों के जब्त होने के बाद नजर पंचायत जीयनपुर ने इन्हें गिराने के लिए पांच नवंबर को नोटिस चस्पा कर दिया था। आरोप था कि ध्रुव कुमार सिंह कुंटू और उनकी पत्नी वंदना सिंह के नाम से कोई नक्शा ही पास नहीं कराया गया था। 15 दिन बाद मकान के ध्वस्तीकरण को नोटिस चस्पा की गई थी।
नोटिस के बाद सामने आ गए तीन और हिस्सेदार नजर पंचायत की ओर से मकान पर नोटिस चस्पा करते ही इसमें तीन और हिस्सेदार सामने आ गए थे। सलीम पुत्र कलीम, रईस पुत्र स्व. नसीम, मो. आजम पुत्र अलीम ने पालिका और जिला प्रशासन को बताया कि हम तीनों पट्टीदार हैं। हमने अपना हिस्सा किसी को नहीं बेचा है। हमारे एक पट्टीदार वसीम ने सिर्फ एक चौथाई हिस्सा वंदना सिंह को बेचा है। साथ ही पूरे मकान का नक्शा वर्ष 2001 में ही स्वीकृत है। इसके साथ ही प्रभावित पार्टी हाईकोर्ट भी चली गई। हालांकि हाईकोर्ट ने सक्षम अपीलीय अधिकारी के यहां अपील करने का आदेश देते हुए इसे खारिज कर दिया।
किरकिरी के बाद की गई कार्रवाई की संतुति
जिस मकान को ईओ जीयनपुर अखिलेश कुमार ने बिना नक्शा पास हुए बना दिखाते हुए नोटिस चस्पा की बाद में उसी मकान नक्शा पास बताते हुए गिरने से हाथ खड़े कर दिए। इसके साथ ही नोटिस के सापेक्ष जो प्रत्यावेदन दाखिल हुए थे उसका निस्तारण किए बिना गायब भी हो गए।
जबकि विकास प्राधिकरण की ओर से वर्ष 2001 में पास हुए नक्शे सापेक्ष निर्माण में कई चीजे गलत बताई गई थी। नक्शे के विपरीत बेसमेंट और कुछ बढ़कर निर्माण कराया गया था। इससे नाराज जिलाधिकारी ने लापरवाह ईओ के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के लिए संतुति शासन से की थी।
कार्रवाई के समय डीएम और एसपी रहे मौजूद
मकान के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई के समय प्रशासनिक और पुलिस अमले के साथ डीएम राजेश कुमार के साथ ही एसपी सुधीर कुमार सिंह भी मौजूद रहे। मातहतों को निर्देश देते रहे। एसपी ग्रामीण सिद्धार्थ, सीओ सगड़ी के साथ एक दर्जन इंस्पेक्टर, एसडीएम सगड़ी अरविंद कुमार सिंह, तहसीलदार बृजेंद्र उपाध्याय सहित सैकड़ों पुलिसकर्मी और पीएसी तैनात की गई थी। मकान तोड़ने की कार्रवाई 1.50 बजे शुरू की गई। इस दौरान आजमगढ़-गोरखपुर मार्ग को रजादेपुर अंजान सहिद से डायवर्ट किया गया था। पांच जेसीबी मशीनें लगाई गई है। मकान का 200 मीटर का एरिया छावनी में तब्दील है।
Source link Like this:
Like Loading...